धड़ल्ले से हो रहा रसोई गैस का व्यावसायिक प्रयोग

1/8/2019 2:12:38 PM

पिपली(सुकरम): जिले में खाद्य एवं आपूॢत विभाग की नाक तले आजकल नियमों को दरकिनार कर रसोई गैस का व्यावसायिक प्रयोग धड़ल्ले से हो रहा है। आलम यह है कि रसोई गैस के सिलैंडरों को सरेआम व्यावसायिक प्रयोग के लिए बस अड्डे रैस्तरां, ढाबे, मिठाई की दुकानों व रेहडिय़ों पर प्रयोग करते हुए देखे जा सकता है। संबंधित विभाग भी इस गोरखधंधे के प्रति अनभिज्ञ है। यही नहीं कैटरिंग संचालक तो कहीं आगे जाकर इस गोरखधंधे को इस कद्र चला रहे हैं कि वे रसोई गैस के सिलैंडर की रिफङ्क्षलग व्यावसायिक सिलैंडर में एक मिनट में कर देते हैं। उनकी यह लापरवाही कभी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है। 

जी.टी. रोड पर स्थित दुकानों व रेहडिय़ों पर चल रहे रसोई गैस के सिलैंडर कभी भी लोगों की जान पर भारी पड़ सकते हैं। रसोई गैस का व्यावसायिक प्रयोग करने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें नहीं लगता कि उन्हें रोकने वाला कोई है। छोटी-छोटी दुकानों व अंडे की रेहडिय़ों पर भी सरेआम रसोई गैस को प्रयोग करते हुए देखा जा सकता है। 
बता दें कि अतीत में रसोई गैस के व्यावसायिक प्रयोग के चलते कई जगहों पर खतरनाक हादसे हो चुके हैं। कई लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रेहडिय़ों पर हो रहे रसोई गैस के व्यावसायिक प्रयोग का सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है। 

रेहड़ी संचालक खुले में ही रसोई गैस के सिलैंडरों को रखते हैं और उनके आसपास इसके बचाव के लिए कोई प्रबंध भी नहीं किए गए हैं। यही हालात ढाबों, होटलों और अन्य दुकानों पर देखने को मिल जाते हैं, जहां आपातकालीन परिस्थितियों में इससे बचने के लिए कोई उपाय नहीं हैं। लोगों का कहना है कि विभाग यह गोरखधंधा चलाने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता जिससे उनके हौसले बढ़े हुए हैं। 

जिला खाद्य एवं आपूॢत नियंत्रक का कथन
नरेंद्र सहरावत से बातचीत की गई तो उन्होंने माना कि रसोई गैस का व्यावसायिक प्रयोग हो रहा है। विभाग जल्द ही रसोई गैस के व्यावसायिक प्रयोग करने वालों के खिलाफ टीमें गठित कर कार्रवाई अभियान चलाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ इस बार विभाग सख्ती से कार्रवाई करेगा ताकि दोबारा से रसोई गैस का व्यावसायिक प्रयोग न हो सके। इस पर रोक लगाने के लिए विभाग की ओर से भारी जुर्माना राशि का भी प्रावधान किया जाएगा। 
 

Deepak Paul