सौंदर्यीकरण के लिए काट डाले वर्षों पुराने पेड़

11/30/2017 9:53:00 AM

लाडवा(शैलेंद्र):एक तरफ सरकारें अधिक से अधिक पौधारोपण पर जोर देती हैं और हरियाली को बढ़ावा देने के लिए तरह-तरह के जागरूक अभियान चलाकर उस पर करोड़ों रुपए खर्च करती है, वहीं सरकारी अधिकारी वर्षों से पलकर बड़े हुए वृक्षों को बे-मतलब कटवा रही है जिसका ताजा उदाहरण लाडवा मार्किट कमेटी कार्यालय में देखने को मिला। सरकारी अधिकारियों ने बिना परमिशन कमेटी कार्यालय के सौंदर्यीकरण के लिए हरे-भरे पेड़ों पर कुल्हाड़ा चलवा दिया। मामला उजागर होने के बाद वे एक-दूसरे पर पेड़ काटने की जिम्मेदारी डालने का प्रयास कर रहे हैं। 

मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों को पेड़ काटने की जानकारी ही नहीं है, जबकि कमेटी कार्यालय के सौंदर्यीकरण का कार्य मार्कीटिंग बोर्ड द्वारा ही करवाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार करीब 1 माह से लाडवा मार्कीट कमेटी कार्यालय में सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है जिसमें किसान विश्रामगृह की मुरम्मत सहित कार्यालय की चारदीवारी की मुरम्मत कर ग्रिल-गेट लगवाए जा रहे हैं। इस काम के लिए मार्कीटिंग बोर्ड ने बाकायदा टैंडर प्रक्रिया से काम शुरू किया है। बताया जाता है कि सौंदर्यीकरण का पूरा काम मार्कीट कमेटी लाडवा के चेयरमैन की देखरेख में चल रहा है और वह घंटों मौके पर रहते हैं। इस काम के दौरान कार्यालय की चारदीवारी के पास खड़े पेड़ों को काट दिया है। पेड़ों पर कुल्हाड़ा बिनी किसी की अनुमति के चला है।

नहीं है कोई जानकारी : रामेश्वर
मार्केटिंग बोर्ड निर्माण विभाग के एस.डी.ओ. रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि पेड़ काटने का मामला उनकी जानकारी में नहीं है। यदि पेड़ काटा गया है तो गलत है। बिना परमिशन के पेड़ नहीं काटना चाहिए था। वह अभी करनाल में हैं। आकर इस मामले की जांच करेंगे।  मार्केट कमेटी कार्यालय में सौंदर्यीकरण का काम उनके विभाग द्वारा ही करवाया जा रहा है।

नहीं काटा कोई पेड़ : मेघराज
मार्कीट कमेटी के चेयरमैन मेघराज ने कहा कि कमेटी कार्यालय से कोई पेड़ नहीं काटा गया है। कुछ पेड़ चारदीवारी पर झुके हुए थे, उनकी छंटाई जरूर करवाई गई है। पेड़ काटने के लिए अनुमति लिए जाने के सवाल पर वह भी चुप्पी साध गए।