स्वतंत्रता सेनानी नरसिंह दास अरोड़ा का निधन, हवाई फायरिंग कर पुलिस ने दी सलामी

11/30/2015 1:18:18 PM

शाहाबाद मारकंडा (मयंक सिंगला ): देश की आजादी और स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले नरसिंह दास अरोड़ा का गत शनिवार रात करीब 8 बजे निधन हो गया। व्योवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ रविवार को बराड़ा रोड पर स्वर्ग आश्रम में किया गया।

अंतिम शव यात्रा में हरियाणा के राज्यमंत्री कृष्ण बेदी, हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के पूर्व चेयरमैन अनिल धंतौड़ी, हरियाणा सहकारिता एवं आवास पूर्व राज्य मंत्री के.एल. शर्मा, नगरपालिका के पूर्व प्रधान हरीश कवातरा और पूर्व उपप्रधान टेकचंद शर्मा, तरलोचन सिंह हांडा व बलदेव राज चावला, प्रिंसीपल जोगिंद्र सिंह, केसरदास गंभीर, नरेन्द्र सिंह सेठी, डा.आर.एस. घुम्मन, मनमोहन सिंह वालिया, तिलकराज अग्रवाल, अशोक मदान, राज बहल, डा. गुलशन कवात्तरा, पिंकी साहनी, ललित भार्गव, डा. सुरेंद्र शर्मा, स्वर्णजीत सिंह कालड़ा, सुदर्शन कालड़ा, सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के चेयरमैन दया सिंह गाबा, देवी मंदिर के प्रधान पवन गर्ग, मलिक विजय आनंद, डा. भास्कर गुप्ता, डा. एच.एस. नागपाल, विजय शर्मा, हर्षवर्धन कोहली, सुभाष मक्कड़, भगवान दास अरोड़ा, हरीश मोंगा, ओमप्रकाश गाबा, सतीश आहुजा और धर्मपाल सहित बड़ी संख्या में समाजसेवी व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने शिरकत की।

राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने हरियाणा सरकार की ओर से पुष्प चक्र चढ़ा कर श्रद्धाजंलि अर्पित की। प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार कृष्ण कुमार व थाना प्रभारी राजेश कुमार ने पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रद्धाजंलि भेंट की। पूर्व सांसद नवीन जिंदल की ओर से शाहाबाद प्रभारी अजैब सिंह व पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी ने दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी नरसिंह दास अरोड़ा के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

स्वतंत्रता सेनानी के पौत्र विशाल अरोड़ा ने उनके पार्थिक शरीर को अग्रि दी। विशेष रूप से पहुंची पुलिस की टुकड़ी ने बिगुल बजाकर व हवाई फायर कर दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। परिवार के सदस्यों सहदेव अरोड़ा, सुदर्शन अरोड़ा, तिलकराज अरोड़ा और भारतभूषण अरोड़ा ने बताया कि नरसिंह दास अरोड़ा का जन्म 15 जुलाई 1917 को पाकिस्तान के जिला झंग की तहसील शोरकोट के गांव गढ़मुरादा में हुआ था। बंटवारे के बाद उनका परिवार पाकिस्तान से भारत आकर यहां बस गया।