वाह रे शिक्षा विभाग, डेढ़ महीने पहले बांटी साइकिलें बच्चों से वापस लीं

7/16/2016 6:00:07 PM

लाडवा(मयंक सिंगला) : एक तरफ भाजपा नेता महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तरफ से अनेक प्रकार की योजनाएं बनाने के दावा करते नहीं थकते है, वहीं दूसरी शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण सरकार की तरफ से दी जाने वाली योजनाओं का गरीब व जरुरतमंद परिवारों के बच्चों को पूरा लाभ नहीं मिल रहा, जिसके कारण बच्चों का भविष्य अंधकार की ओर बढ़ने को मजबूर है।

 

जानकारी के अनुसार लाडवा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मेहरा में शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चों को सरकार की तरफ से मुफ्त साइकिलें देने की योजना आई, जिस पर कार्रवाई करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी लाडवा ने मेहरा स्कूल से 22 जरुरतमंद बच्चों के नामों की सूची मंगवाई। यह बच्चें करीब 4 किलोमीटर दूर से शिक्षा ग्रहण करने के लिए मेहरा स्कूल में आते है। 

 

खंड शिक्षा अधिकारी के आदेशों की पालना करते हुए पंजाबी अध्यापक कुलदीप सिंह ने स्कूल के 22 जरुरतमंद बच्चों के नामों की सूची बनाकर मई महीनें में खंड शिक्षा अधिकारी को भेज दी, जिसके तुरंत बाद ही मई महीनें के अंत में छुट्टियों से पहले बच्चों को साइकिले वितरित कर दी गई। 

 

अब छुट्टियां खत्म होने के तुरंत बाद स्कूल अध्यापक की तरफ से सभी बच्चों से खंड शिक्षा अधिकारी के नए आदेशों पर साइकिलें वापिस ले ली गई, जिसके कारण बच्चों व उनके अभिभावकों में गहरा रोष बना हुआ है। लोगों ने आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण बच्चों से साइकिलें वापिस ली गई है, जोकि गलत है। बच्चों के अभिभावकों ने सरकार से साइकिल दोबारा दिलवाने की मांग की।

 

चर्चा यह भी है कि खंड शिक्षा विभाग लाडवा की तरफ से लाडवा क्षेत्र के सभी स्कूलों में गलत सूची से साइकिलों का आवंटन किया गया। मामले में कौन दोषी है या कौन सही है। यह जांच का विषय है। फिलहाल देखने में आया है कि मीडिया के सामने साइकिल वितरण का मामला आने से शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों में हडकंप मचा है। हर कोई अपनी जिम्मेवारी से टलते हुए मामले की पूरी व सही जानकारी देने से बचता रहा।