अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती के नाम पर घोटालों की हो जांच:AAP

12/9/2017 1:03:13 PM

कुरुक्षेत्र:आम आदमी पार्टी ने 10 दिन पहले कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड से 5 सवाल पूछे थे जिस पर डी.सी. सुमेधा कटारिया ने जवाब देने के लिए 10 दिन का समय मांगा था, परंतु 10 दिन पूरे होने के बाद भी जवाब नहीं मिला। इसको लेकर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज लघु सचिवालय के सामने एकत्रित होकर सवालों के जवाब पूछने के लिए धरना दिया व प्रदर्शन किया। 2 घंटे तक डी.सी. जवाब देने के लिए नहीं आई। 2 घंटे के बाद थानेसर के विधायक सुभाष सुधा आए। उन्होंने कहा कि आपके सवालों के जवाब एक हफ्ते तक मिल जाएंगे। यह उनकी जिम्मेदारी है। इसके बाद ‘आप’ कार्यकर्ताओं ने अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती में हुए घोटालों की जांच सी.बी.आई. से हो, को लेकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन थानेसर के विधायक को सौंपा।

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विशाल खुब्बड़ ने कहा कि अगर एक हफ्ते के बाद भी सवालों के जवाब नहीं मिलते तो विधायक के घर के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देंगे। गीता जयंती के नाम पर जो घोटाले हुए हैं, उसको लेकर राज्य स्तरीय आंदोलन करेंगे। इस मौके पर थानेसर संगठन मंत्री ओम सिंह, पिहोवा संगठन मंत्री सुमित हिंदुस्तानी, शाहाबाद संगठन मंत्री बीर सिंह बोहली, शाहाबाद हलकाध्यक्ष हरबंस लाल, थानेसर हलकाध्यक्ष विजय सिंह, गोपाल मेहरा, मेवा सिंह आर्य, मुनीष सारसा, संजय अग्रवाल, विशाल गोयल, हरदीप सिंह ढिल्लों, कृष्ण मराठा, करनैल सिंह, प्रवीन वर्मा, प्रेमनाथ जांगड़ा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

‘आप’ के प्रदेश प्रवक्ता विशाल खुब्बड़ द्वारा पूछे गए 5 सवाल
गीता महोत्सव मनाया जा रहा है या ज्ञानानंद महाराज महोत्सव।
हरियाणा सरकार, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और ज्ञानानंद महाराज के बीच में क्या सम्बंध है जो इतनी मेहरबानी ज्ञानानंद महाराज पर की जा रही है।
जब अन्य प्रकाशकों की गीता 100 से 200 रुपए में मिल जाती हैं तो ज्ञानानंद महाराज की गीता 600 रुपए में क्यों खरीदी गई।
ज्ञानानंद महाराज को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने करोड़ों रुपए की 9 एकड़ जमीन कोडिय़ों के भाव में क्यों दी।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने राज्यपाल हरियाणा की अध्यक्षता में 31 अगस्त, 2006 को मीटिंग में प्रस्ताव पारित करके मेला क्षेत्र की भूमि को भविष्य में अलाट न करने का फैसला लिया गया था तो किस आधार पर 9 एकड़ जमीन अलाट की गई।
गीता जयंती के नाम पर जो घोटाले हो रहे हैं, उनकी जांच हो।