जाट आंदोलन: कहीं जाट युवाओं को लेने के देने न पड़ जाएं

6/15/2016 1:52:11 PM

कुरुक्षेत्र: जाट आंदोलन में जाट युवाओं को कहीं लेने के देने न पड़ जाएं, कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिल रही है। जाट आंदोलन प्रदेशभर में जाट युवाओं के लिए परेशानी का सबब बन सकता है क्योंकि पिछले दिनों सरकार ने ऐलान किया था कि ऐसे किसी भी युवा को सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने का अधिकार नहीं होगा जिसके खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज हुई हो। इतना ही नहीं एफ.आई.आर. में फंसे युवाओं को फौज में भर्ती का भी अधिकार नहीं होगा। सरकार के इस ऐलान के बाद ऐसे जाट युवाओं में हड़कम्प मच गया है जो सरकारी नौकरी पाने तथा फौज में भर्ती होने का इंतजार कर रहे हैं। 


ऐसे में जहां एक ओर जाट प्रतिनिधि व जाट नेता अपने निजी स्वार्थों को लेकर युवाओं को आंदोलन की आग में झोंकने का प्रयास कर रहे हैं तथा जाट युवाओं को आरक्षण के  लिए भड़का रहे हैं, वहीं दूसरी ओर धरने पर बैठे जाट नेता तथा प्रतिनिधि युवाओं को नशे की आग में भी झोंकने का काम कर रहे हैं। अक्सर देखा गया है कि आरक्षण की मांग को लेकर प्रदेशभर में धरने किए जा रहे हैं। जाट युवा नेताओं से भी बढ़कर आंदोलन में जुटे हैं। वास्तव में युवा अपने भविष्य को लेकर अंधकार में जी रहे हैं क्योंकि कुछ महीने पहले प्रदेशभर में जाट आंदोलन के दौरान गैर जाट समुदाय के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों तथा घरों में आगजनी हुई थी, उसके बाद गैर जाट लोगों में जाट समुदाय के प्रति अविश्वास की भावना पैदा हो गई है।


ऐसे में अधिकतर गैर जाट समुदाय के लोगों ने जाटों से पल्ला झाडऩा शुरू कर दिया है। कई जाट युवाओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फरवरी माह में हुआ जाट आंदोलन वास्तव में जाट समुदाय के लिए अभिशाप साबित होता दिखाई दे रहा है, क्योंकि समाज में आंदोलन के दौरान हुई आगजनी के चलते जाटों की साख में बेहद कमी आई है।