छात्रा गैंगरेप मामला... इंसाफ न मिलने पर पूरा परिवार करेगा अात्महत्या

9/18/2016 2:04:59 PM

कुरूक्षेत्र (विनोद खुंगर): करीब एक सप्ताह बीत जाने पर भी गैंगरेप पीड़ित परिवार को पुलिस से न्याय नहीं मिला। पीड़िता के पिता ने धमकी दी है कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला तो वह परिवार सहित अज्ञात स्थान पर जाकर आत्महत्या करेंगे।
 
 
विगत दिनों कुरुक्षेत्र के एक सरकारी स्कुल की दसवीं कक्षा की नाबालिक छात्रा गैंगरेप के उपरांत गर्भवती होने पर जब स्कुल में चक्कर खाकर गिरी थी तो मामले का पटाक्षेप होने के साथ इलाके में सनसनी फैल गई थी। पीड़िता को उसके परिजन और शिक्षक इन्साफ के लिए महिला थाने लेकर पहुंचे थे जहा उससे समूचे प्रकरण की जानकारी पुलिस, डॉक्टर व बाल सरक्षण अधिकारी को दी थी। पीडिता और उसके परिजनों से जानकारी के अनुसार उसे बहला फुसला कर जिंदल पार्क में दो लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। जिसकी जानकारी उसने घर जाकर अपनी मां को दी तो उसे सामाजिक लोकलाज के भय के चलते फिर यदि ऐसा हो तो बताना की बात कहकर बात को रफा दफा कर दिया था।
 
गत दिवस जब स्कुल में पीड़िता चक्कर खाकर गिरी तो उसने सारा वाक्य अपने शिक्षकों के सामने बयां किया तो शिक्षकों ने ये बात बाल संरक्षण व जिला बाल कल्याण अधिकारी के सामने रखा। जिन्होंने बिना समय गंवाए उन्हें महिला थाने में तलब किया और पीड़िता का मेडिकल करवा कर पासको एक्ट सहित विभिन्न धाराओ के तेहत मामला दर्ज करवाने की सिफारिश की थी। जिसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाप मामला तो जरूर दर्ज कर लिया था लेकिन कार्रवाई डाक के तीन पात वाली हुई। करीब एक सप्ताह बीतने के बाद भी सेवा सुरक्षा और सहयोग का नारा देने वाली पुलिस के हाथ अभी तक खाली के खाली है।
 
पुलिस किसी आरोपी को आज तक गिरफ्तार नहीं कर सकी। इस पर महिला पुलिस थाना प्रभारी दलीप कौर का कहना है कि उन्होंने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपियों कि धर पकड़ के लिए कई टीमे गठित जगह-जगह छापे मारी करने बात कही जा रही है। पुलिस से अपनी बेटी के लिए न्याय पाने की खातिर पीड़ित परिवार ज़िला के प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर ज़िले के मंत्रियों व विधायक को भी मिलकर अपनी फरियाद लगा चुके है फिर भी आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी। 
 
पुलिस की कार्य प्रणाली से हताश होकर पीड़ित युवती के पिता ने अज्ञात स्थान पर परिवार सहित जाकर आत्महत्या की धमकी दी है। अब देखना होगा की पुलिस कितनी जल्द आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे डालकर कितनी जल्दी पीड़ित परिवार को न्याय दिलवा पाने में कामयाब होती है। पीड़़ित युवती मिडिया और पुलिस प्रशासन को चीख-चीख कर मामले की जानकारी दे रही है और पुलिस मूकदर्शक होकर सारा तमाशा देख रही है।