अमित शाह व खट्टर ने की आर्य युवा महासम्मेलन में शिरकत

10/22/2016 9:39:39 PM

कुरूक्षेत्र (रणदीप रोड): भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुकुल के 104वें वार्षिकोत्सव पर आयोजित आर्य युवा महासम्मेलन में शिरकत की। गुरुकुल के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम और योगासन प्रस्तुत किए।  
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि विश्व की तमाम समस्याओं का समाधान पवित्र ग्रन्थ गीता में निहित है। इसलिए पवित्र गन्थ गीता के उपदेश आज भी पूरी तरह प्रासंगिक है। अमित शाह शनिवार को गुरुकुल कुरुक्षेत्र के प्रांगण में 104वें वार्षिकोत्सव पर आयोजित आर्य युवा महासम्मेलन में मुख्यातिथि के रुप में बोल रहे थे। इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, डीएवी प्रबंधन समिति अध्यक्ष पूनम सूरी, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव डा. अनिल जैन, संगठन मंत्री सुरेश भट्ट, वितमंत्री कैप्टन अभिमन्यू, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, कृषि मंत्री ओपी धनखड़, परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार ने द्वीप प्रज्जवलित कर विधिवत रुप से आर्य युवा महासम्मेलन का शुभारम्भ किया। 

राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 104वें वार्षिकोत्सव पर शुभकामनांए देते हुए कहा कि स्वामी श्रृद्धानंद ने गीतास्थली की जिस भूमि पर शिक्षा का एक छोटा सा बीज बोया था, आज वह गुरुकुल के रुप में एक वट वृक्ष का रुप धारण कर चुका है। इस शिक्षण संस्थान से युवा पीढी को नैतिकता और संस्कारों की शिक्षा देने का काम किया जा रहा है जो आज के भौतिकावाद युग में सरहानीय कार्य है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के जन्मदिवस और गुरुकुल के 104वें वार्षिकोत्सव पर शुभसकामनाएं देते हुए कहा कि आर्य समाज द्वारा स्थापित गुरुकुल देश और दुनिया को शिक्षा और संस्कार देने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा भी शिक्षा और संस्कार देने के लिए कई प्रकार के योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। सरकार निजी और सार्वजनिक शिक्षण संस्थानों के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्र में युवा पीढ़ी को शिक्षित करने का काम करेगी। ताकि ग्रामीण क्षेत्र शिक्षा के मामले में पिछड़ा न रह सके और प्रत्येक बच्चा शिक्षित होकर देश और प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे सके। राज्य सरकार इच वन-टीच वन पदद्धि पर काम कर रही है, ताकि समाज का प्रत्येक व्यक्ति साक्षर हो सके। 

हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने अपने संबोधन में कहा कि कुरुक्षेत्र की पावन धरती पर स्वामी श्रृद्धानंद ने इस गुरुकुल की नींव रखी और अब इस गुरुकुल हजारों बच्चे संस्कारों की शिक्षा ग्रहण कर रहे है। इस संस्थान में भारतीयता, नैतिकता, देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत करने का काम किया जा रहा है।