स्वर्ण जयंती वर्ष पर रत्नावली में तराशने होंगे कला के रत्न- कृषि मंत्री

10/26/2016 6:12:23 PM

कुरूक्षेत्र (रणदीप रोड): हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि हरियाणा के स्वर्ण जयंती वर्ष पर संस्कृति के महाकुंभ रत्नावली जैसे महोत्सवों से कला के रत्न को तराशने और तलाशने की निहायत जरुरत है। प्रदेश के 50 सालों के स्वर्णीय सफर में जहां देश को फौजी दिए, ओलंपिक में मेडल जीतने के लिए खिलाड़ी दिए व खाद्यान की मांग को पूरा करने के लिए किसान दिए वहीं बॉलीवुड में हरियाणवी संस्कृति और कला को एक नया मुकाम देने के लिए कलाकारों की कमी को पूरा करना सबके सामने एक चुनौती है। इस रत्नावली महोत्सव में आने वाले तमाम कलाकारों को इस चुनौती को स्वीकार करना होगा। कृषि मंत्री ओपी धनखड़ बुधवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आडिटोरियम हॉल में राज्य स्तरीय महोत्सव के तीसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा पंजाब का हिस्सा था और 1 नवम्बर 2016 को हरियाणा को बने हुए 50 वर्ष पूरे हो जाएंगे। इस अर्से के दौरान भी पंजाब के गायक और गायकी ने पूरी दुनिया में धाक जमाई है। पंजाब आज कला के क्षेत्र में काफी आगे है। पंजाब के कलाकार हर सप्ताह कोई नई फिल्म रिलीज़ कर रहे हैं लेकिन हरियाणा को भी अब कला के क्षेत्र में अपनी धाक जमानी होगी जहां साल में एक या दो फिल्में ही बनती हैं वहीं उसकी संख्या में इजाफा करना होगा। हरियाणा वीरों, किसानों और खिलाडिय़ों की भूमि है। इस वीरभूमि को नायक की जरूरत है। हरियाणा की संस्कृति और कला को शिखिर उंचाईयों तक ले जाने की जरूरत है। इतना ही नहीं कला कार्यक्रमों तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए बल्कि कला को जीवन का हिस्सा बनाना होगा। इस प्रदेश से बेहतरीन से बेहतरीन लोकप्रिय कलाकारों को तैयार करना होगा ताकि इन कलाकारों को युगों-युगों तक याद किया जा सके।
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