भू-सूचना तंत्र को बढ़ावा देने की आवश्यकता: नीता

6/19/2019 12:45:30 PM

कुरुक्षेत्र(पंकेस): कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग में 21 दिन से चल रहे भू-प्रोद्यौगिकी समर स्कूल का समारोह सम्पन्न हुआ। इस स्कूल में 5 राज्यों से आए 25 प्राध्यापकों और शोधकर्ताओं ने ट्रेर्निंग हासिल की। इस समर स्कूल को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डी.एस.टी.) ने प्रायोजित किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि विश्वविद्यालय की कुलसचिव डा. नीता खन्ना थी। इसे इस्तेमाल कर प्राकृतिक तथा भू-संसाधनों की स्थिति का ठीक से पता लगाने तथा उनके संरक्षण की विधियों से अवगत करवाया।

उन्हें भू-सूचना तंत्र की नई विधियों और सॉफ्टवेयर के प्रयोग के बारे में भी बताया गया। अपनी ट्रेर्निंग का इस्तेमाल कर प्रतिभागियों ने 5 प्रोजैक्ट रिपोर्ट भी तैयार की जिसमें कुरुक्षेत्र जिले में चावल और गेहूं के अवशेष जलाने वाले क्षेत्र और उसके परिणाम पर भी एक रिपोर्ट है। भू-भौतिकी विभाग के अध्यक्ष प्रोफैसर भगवान सिंह ने भारत के दूर संवेदन कार्यक्रम और इसके विकास के बारे में समझाया। उन्होंने बताया कि भू-सूचना तंत्र मानव विकास की आवश्यकता बन गया है।

विश्वविद्यालय के डीन रिसर्च एंड डिवैल्पमैंट प्रोफैसर अनिल वोहरा ने प्रतिभागियों को फ्री सॉफ्टवेयर की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भू-सूचना तंत्र से सम्बन्धित अनेक फ्री सॉफ्टवेयर हैं जिन्हें वे इस्तेमाल कर सकते हैं। डी.एस.टी. प्रतिनिधि प्रोफैसर महताब सिंह ने विज्ञान व प्रौद्योगिकी द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी।

उन्होंने प्रतिभागियों से फीडबैक भी लिया जिसके आधार पर इस कार्यक्रम का मूल्यांकन होगा। समर स्कूल के सहसंयोजक प्रोफैसर ओमवीर सिंह ने इस प्रोग्राम में शामिल सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन, डी.एस.टी. और अन्य सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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