ज्योतिसर तीर्थ पर बरसाती पानी ने रोके यात्रियों के कदम

6/19/2019 12:33:29 PM

थानेसर(नरूला): ज्योतिसर तीर्थ की चौखट तक पहुंचने के लिए यात्रियों को मशक्कत करनी पड़ रही है। गर्मी की तपिश दूर करने के लिए बारिश की बौछारों ने ज्योतिसर तीर्थ व गांव की ओर जाने वाले मार्ग को इस कद्र जलमग्न कर दिया कि दोनों मुख्य सड़कों पर जलभराव हो गया किन्तु निकासी में आई रुकावट के चलते श्रद्धालुओं को मंदिर की चौखट तक पहुंचने के लिए पसीना बहाना पड़ा। मंदिर के आसपास रेहड़ी वालों को ग्राहकी के अभाव में हाथ पर हाथ धर बैठना पड़ा। 

आटो चालकों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा। सूत्रों के अनुसार कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की सी.ओ. रही सुमेधा कटारिया ने वर्षों पूर्व निकासी की समस्या को दूर करने के लिए इस मार्ग पर पानी की पाइप लाइन बिछाई थी और निकासी पुरानी झील में करवाई थी ताकि बरसाती पानी मार्ग पर खड़ा न होकर सीधे झील में जाए। गत वर्ष हलका विधायक सुभाष सुधा के प्रयास से ज्योतिसर तीर्थ के जल को चलता पानी करने का उल्लेखनीय कार्य शुरू किया था। 

उसी दौरान नई पाइप लाइन डाली गई थी। ग्रामीणों द्वारा अनुमान लगाया जा रहा है कि जे.सी.बी. के चलने के दौरान पुरानी पाइप लाइन जो निकासी के लिए झील में छोड़ी गई, वह टूट न गई हो जिस कारण सड़क का पानी झील तक नहीं पहुंच पा रहा। ऐसे में निकासी की समस्या बन गई है। वीटा बूथ संचालक बलराम, रेहड़ी पर सामान बेचने वाले सागर, दुकानदार पुष्पेंद्र, ग्रामीण ङ्क्षबदर गुर्जर ने बताया कि गांव की ओर जाने वाली सड़क व मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर बरसाती पानी खड़ा होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

उन्होंने सरपंच वीना के पति राजेश गुर्जर को भी बताया जिन्होंने सड़क की सफाई तो करवाई किन्तु मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर खड़े पानी की निकासी पर कहा कि यह कार्य कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड का है जिसमें वह कुछ नहीं कर सकते। पुष्पेंद्र ने बताया कि उनकी जानकारी के अनुसार सड़क के समीप विशाल श्रीलक्ष्मी-नारायण मंदिर बनने जा रहा है जिस कारण झील में निकासी के लिए छोड़ा जाने वाला बरसाती पानी अब यहां नहीं आ पाएगा। ऐसे में विकास बोर्ड को बोर की व्यवस्था करनी होगी ताकि सड़क पर आने वाला बरसाती पानी यात्रियों के लिए रुकावट न बने।

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