विद्यार्थियों ने प्रार्थना सभा में ली जल संरक्षण की शपथ

7/13/2019 2:32:19 PM

कुरुक्षेत्र  (धमीजा): जल शक्ति अभियान के तहत 200 से ज्यादा स्कूलों में करीब 20,000 विद्याॢथयों ने प्रार्थना सभा में पानी की बूंद-बंूद बचाने और समाज को जागरूक करने की शपथ ली। कुरुक्षेत्र जिले के 790 राजकीय स्कूलों में करीब 55,000 विद्याॢथयों को जल शक्ति अभियान से जोड़ा जाएगा।  निजी और सरकारी विद्यालयों के कुल 2.50 लाख विद्यार्थी इस अभियान से जुड़कर समाज के हर व्यक्ति को पानी की महत्ता की जानकारी मुहैया करवाएंगे। उपायुक्त डा. एस.एस. फुलिया के आदेशानुसार शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने 200 से ज्यादा राजकीय स्कूलों के पिं्रसीपल को दिशा-निर्देश जारी कर प्रार्थना सभा में ही जल शक्ति अभियान के तहत विद्याॢथयों को पानी बचाने का संकल्प दिलवाया। 

जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री के अनुसार जल शक्ति अभियान के तहत कुरुक्षेत्र के सभी निजी और सरकारी विद्यालयों के 2.50 लाख से ज्यादा विद्याॢथयों को जोडऩे का काम किया जाएगा। इस अभियान के तहत ही शुक्रवार को प्रार्थना सभा में 200 स्कूलों के करीब 20,000 विद्याॢथयों को पानी बचाने की शपथ दिलवाई गई। प्रार्थना सभाओं में स्कूली विद्याॢथयों के साथ शिक्षकों और स्टाफ ने भी जल बचाने और उसका सदुपयोग करने का प्रण लिया।  उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में 790 राजकीय स्कूलों के साथ 400 मान्यता प्राप्त और 300 से ज्यादा गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों में जल शक्ति अभियान के तहत कार्यक्रमों का निरंतर आयोजन किया जाता रहेगा। 

अभियान के तहत निजी स्कूलों को भी जुडऩे के लिए उपायुक्त के दिशा-निर्देशानुसार आदेश जारी कर दिए हैं। इस अभियान में राजकीय स्कूलों के पहली से 8वीं कक्षा तक करीब 53,000 और 8वीं से 12वीं तक करीब 30,000 विद्याॢथयों को जल संरक्षण और उसका सदुपयोग करने की शपथ दिलवाई जाएगी।  इसमें से अब तक करीब 20,000 विद्याॢथयों को शपथ दिलवाने का काम पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि 15 जुलाई को जल शक्ति अभियान के तहत ही शपथ दिलवाने के मैगा शो का आयोजन किया जाएगा। इसमें सभी स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान बच्चों को शपथ दिलवाने का काम किया जाएगा। 

जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि इस चर्चा के साथ विद्यार्थी परिजनों और मित्रों को भी जल बचाने का संदेश देगा और इससे जनांदोलन का स्वरूप मिल पाएगा। जब समाज का हर व्यक्ति जल बचाने के प्रति जागरूक होगा तो निश्चित ही कुरुक्षेत्र जिले का भू-जल स्तर न केवल उसी स्तर पर रुक जाएगा, बल्कि भू-जल स्तर में सुधार भी आएगा।
 

Isha