डूबती नैया देख बह गए किसानों के आंसू

7/21/2019 12:44:35 PM

थानेसर (नरुला): 5 दिन से जिले के अनेक गांवों में बरसाती पानी की आपदा को लेकर व अपनी नष्ट हो रही फसल देख किसानों के आंसू बहना शुरू हो चुके हैं। वे मुसीबतों का बखान जहां अपने परिवारजनों, सगे-संबंधियों व मंडी के आढ़तियों को कर रहे हैं, वहीं उनके आंसू पोंछने व उनकी समस्याओं को जल्द दूर करने जनता के नुमाइंदों भी गांव-दर-गांव जा रहे हैं। थानेसर विधायक सुभाष सुधा, नगर परिषद की चेयरपर्सन उमा व उनके पुत्र साहिल सुधा पहले ही दिन इस आपदा को लेकर अधिकारियों को जल्द से जल्द समस्या दूर करने का फरमान जारी कर चुके हैं, वहीं वे खुद भी परिवार सहित पीड़ित लोगों की मदद करते नजर आए। बाहरी के कर्म चंद ने बताया कि उन्होंने पंचायत से 40,000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से 5 एकड़ भूमि ली थी किंतु इस आपदा ने उन्हें करजाई बनाकर रख दिया। अब उन्हें भूखे मरने की नौबत आ चुकी है। उन्होंने कर्ज लेकर जमीन की जुताई-बुआई का कार्य किया था किंतु फसल बिल्कुल नष्ट हो चुकी है। अब वे क्या करें। 

गांव के रामपाल ने बताया कि उनकी लगभग 9 एकड़ फसल पानी में खराब हो चुकी है। सरकार को चाहिए कि उन्हें मुआवजा दे। रमेश पुत्र अमर सिंह सुनहेड़ी खालसा ने बताया कि उन्होंने 1 लाख रुपए आढ़ती से कर्ज लेकर 6 एकड़ में जुताई-बुआई व अन्य कार्य किए थे। उनके गांव से आलमपुर तक की सड़क के समीप उनके खेत में पानी भरा हुआ है। निकासी का कोई प्रबंध नहीं किया गया जिस बारे जिला उपायुक्त को भी पत्र दिया हुआ है किंतु अभी तक निकासी का प्रबंध नहीं किया गया। खिजरपुरा की सरपंच हरजीत कौर के पति ने कहा कि पानी का स्तर भले ही कम हो रहा है किंतु जिन किसानों को नुक्सान हुआ, उन बारे सरकार को सोचना होगा। आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में तेज बारिश के चलते हुए नुक्सान का जायजा लेने शनिवार को कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सैनी, विधायक सुभाष सुधा और भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर  झांसा रोड पर स्थित बिशनगढ़, भिवानी खेड़ा सहित दर्जनभर गांवों में गए। उन्होंने खेतों के हुए नुक्सान का भी जायजा लिया।

Isha