4 लाख रुपए की जाए सफाई कर्मियों की वार्षिक आय सीमा : जाला

1/19/2018 1:11:26 PM

चंडीगढ़(धरणी): राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर वजलीभाई जाला ने उन द्वारा लिखे गए पत्र पर हरियाणा में अलग से सफाई कर्मचारी आयोग गठित करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की प्रशंसा की। जाला आज केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ व हरियाणा के अपने 2 दिवसीय दौरे के दौरान हरियाणा सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा सफाई कर्मचारियों के कल्याण के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा बैठक के उपरांत पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। 

उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश अनुसार सीवरेज में उतरने वाले सफाई कर्मचारियों के लिए सभी प्रकार की सुरक्षा के प्रबंध करना हर राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यदि किसी सफाई कर्मचारी की सीवरेज में सफाई करने के दौरान जहरीली गैस या अन्य कारणों से मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार के सदस्यों को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाता है। जाला ने बताया कि सफाई कर्मचारियों के लिए कार्यस्थल पर महिला-पुरुष दोनों के लिए अलग-अलग चेंजिंग रूम हो। उन्होंने कहा कि ठेकेदारी प्रथा बंद करने के विषय पर राज्य सरकारों को काम करना होगा।

आयोग की भविष्य की योजनाओं के बारे पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि पहली योजना सभी सफाई कर्मचारियों का कम से कम साल में 3 बार मैडीकल चैकअप हो और दूसरी योजना सुरक्षा के दृष्टि से पूरे देश में सफाई व्यवस्था मैन्युवअल से मैकेनिजम पर हो। इसके अलावा, राज्य सरकारों को सफाई कर्मचारियों का डाटाबेस तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि उनका यह भी सुझाव है कि विभिन्न योजनाओं के तहत लाभ लेने की सफाई कर्मचारियों की वाॢषक आय सीमा 2.5 लाख रुपए से बढ़ाकर कम से 4 लाख रुपए की जाए।