50 गांवों की एमरजैंसी एम्बुलैंस सेवा बंद

12/27/2017 2:46:33 PM

बाढड़ा(ब्यूरो):बाढड़ा नगर के एकमात्र पी.एच.सी. केंद्र पर संचालित एंबुलैंस सेवा को यहां से जिला मुख्यालय दादरी में भेजने के आदेश को लेकर क्षेत्र में जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने उपमंडल स्तर पर संचालित आपातकालीन सुविधा योजना को बंद कर क्षेत्र के 50 गांवों के लगभग सवा लाख लोगों के जीवन से खिलवाड़ करते हुए उनको रामभरोसे छोड़ दिया है। उन्होंने 2 दिन में सुविधा वापस न मिलने पर पी.एच.सी. केंद्र पर तालाबंदी कर आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया। 

दिल्ली पिलानी व नारनौल हिसार जैसे 4 बड़े सड़क मार्गो के मुख्य केन्द्र में स्थित कस्बे के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य सेवाओं की लचरता के कारण विभाग के भिवानी मुख्यालय ने 2 वर्ष पूर्व यहां पर आपातकालीन सेवाओं व सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ती संख्या के कारण एंबुलैंस सेवा की सुविधा देते हुए 102 व 108 फोन सुविधा मुहैया करवाई जिसका क्षेत्र की जनता को आपातकालीन सेवाओं में लाभ भी मिला, लेकिन विभाग ने अचानक ही इस सुविधा को उपमंडल स्तर पर से हटा कर जिला मुख्यालय दादरी में भेजने के आदेश जारी कर दिया। विभाग के फैसले के दस दिन बाद कल क्षेत्र में 3 सड़क दुर्घटनाओं में सरकारी एंबुलैंस न पहुंचने व यह सुविधा बंद करने की जानकारी मिलते ही समाजसेवी मुकेश जेवली की अगुवाई में क्षेत्र के मौजिज ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों ने पी.एच.सी. केन्द्र पहुंच कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। 

मुकेश जेवली ने बताया कि बाढड़ा के उपमंडल बनने के बाद क्षेत्र की जनता को उम्मीद थी कि यहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं भी बढ़ेगी, लेकिन अब तो कम और किया जा रहा है। क्षेत्र में किसी भी समय सड़क दुर्घटना होने व रात्रि को प्रसूति सेवाओं के लिए सरकारी एंबुलैंस की इस सुविधा का सबसे अधिक लाभ मिल रहा था लेकिन विभाग ने इसे बंद कर दिया जो गलत निर्णय लिया है इससे मरीजों को या तो निजी वाहन या फिर लोहारू या दादरी से यह सुविधा मंगवानी पड़ेगी तब तक मरीज या घायल व्यक्ति के साथ क्या बीतेगी यह सरकार नहीं सोच रही। 

इस बारे में कल सी.एम.ओ. को भी लिखित शिकायत देंगे। उन्होंने जिला प्रशासन को अल्टीमेटम दिया कि 2 दिन में दोबारा एंबुलैंस सेवा बहाल नहीं की तो वे क्षेत्र के सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर पी.एच.सी. पर तालाबंदी कर बड़ा आंदोलन शुरु करेंगे। उनके साथ सरपंच सुरेश धनासरी, सरपंच कृष्ण कारी, बजरंग उर्फ सिंटी, संजय राणा, सतपाल बेरला, सुरेश भांडवा, ओमप्रकाश, मनोज जेवली, संदीप जेवली, जुगल किशोर दगड़ौली, अजय श्योराण, पवन, महाशय मौजूद थे।