भाजपा सरकार धरातल पर हुई फेल : सुर्जेवाला

12/31/2017 11:38:27 AM

कैथल(ब्यूरो):भाजपा सरकार में खिलाड़ी लाचार और हरियाणा बेजार उक्त शब्द आज किसान भवन अपने निवास पर जनता की समस्याएं सुनते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस मीडिया प्रभारी व मौजूदा विधायक रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने कहे। खट्टर सरकार को खिलाडिय़ों के लिए हानिकारक बताते हुए सुर्जेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार वैसे तो खिलाडिय़ों के प्रोत्साहन व सुविधाओं के अनेकों लुभावने वादे करती है लेकिन धरातल पर इसके बिल्कुल विपरीत है। 

आज भाजपा सरकार में राष्ट्रीय स्टार के हाई जम्प के खिलाडिय़ों को गद्दों की बजाय फोम के टुकड़ों पर अभ्यास करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, क्या खट्टर सरकार जवाब देगी । आज लगभग 63 हजार बुजुर्गों को पैंशन का इंतजार है लेकिन खट्टर सरकार कार्रवाई के बजाय अपनी कछुआ चाल में मस्त है और बेरहम शासन और अफसरों की बेलगामी से बुजुर्गों को बेहाल होना पड़ रहा है। क्या खट्टर सरकार को इन जरूरतमंदों का हाल सुनाई नहीं दे रहा है। दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हरियाणा में बलात्कार की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए सुर्जेवाला ने कहा कि फरीदाबाद जेल और यमुनानगर अस्पताल में सरकारी कर्मियों द्वारा बलात्कार के दर्दनाक हादसों ने प्रदेश को दहलाने का काम किया है। अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तो जनता की रक्षा कौन करेगा, क्या खट्टर सरकार जवाब देगी।

केंद्र की भाजपा सरकार व प्रधानमंत्री मोदी के 56 इंची सीने पर सवाल खड़े करते हुए राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुर्जेवाला ने कहा कि आज मोदी सरकार के कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर में प्रमुख आतंकवादी घटनाएं जहां कांग्रेस शासनकाल में पिछले 43 महीने में 86 तो भाजपा के पिछले 43 महीने में 203 घटनाएं हुई हैं। कांग्रेस शासनकाल के 43 महीने में जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए जवान 111 तो भाजपा के 43 महीने के शासनकाल में अब तक 274 जवान शहीद हो चुके हैं। कांग्रेस शासनकाल में पिछले 43 महीने में जम्मू-कश्मीर में नागरिकों की मौत 71 हुई तो भाजपा शासनकाल में अब तक 134 मौतें हो चुकी हैं। मोदी सरकार के कार्यकाल में अब तक मेजर युद्ध विराम का उल्लंघन कांग्रेस सरकार के पिछले 43 महीने में 461 के मुकाबले अब तक भाजपा सरकार में 2314 बार युद्ध का उल्लंघन हो चुका है।

इस बीच कांग्रेस शासनकाल में जहां 19 जवान शहीद हुए तो मोदी सरकार में अब तक 52 जवान शहीद हो चुके हैं। इस अवसर पर सुदीप सुर्जेवाला, रामनिवास मित्तल, अश्विनी शोरेवाला, अश्विनी शोरेवाला, रोशन लाल पाडला, नाजर सिंह दयौरा, शमशेर सिंह फौजी, अनिल गुर्जर बलवंती नम्बरदार, रामचंद्र गुर्जर ढांड, जरनैल मालखेड़ी, करनैल मालखेड़ी, सत्यवान शेरगढ़, दीक्षित गर्ग, गौरव मित्तल पाडला, डा. पवन थरेजा, मोहन शर्मा क्योड़क, रणबीर क्योड़क, राजेश जागलान, जोङ्क्षगद्र सैनी, बिल्लू सैनी, राजेश जागलान, सतबीर भाणा, प्रवीण नैन, शमशेर कुंडू, रामफल नौच, पुनीत मल्होत्रा, दलबीर पूनिया, नाथाराम मलिक, सोनू सेठ, धर्मबीर सैनी व राजेंद्र शर्मा बलवंती मौजूद रहे।