कृषि विभाग ने दवाइयों के लिए 165 सैम्पल, 2 फेल

12/21/2017 1:34:50 PM

करनाल(ब्यूरो):बीज, खाद व दवाइयों में किसी भी प्रकार की मिलावट रोकने के लिए कृषि विभाग द्वारा करीब 165 सैम्पल लिए गए हैं। इन सैम्पलों में 2 सैम्पल फेल आए। सैम्पल फेल आने वाले दवा विक्रेताओं के खिलाफ कृषि विभाग के अधिकारियों ने केस दर्ज करवा दिए हैं। कृषि विभाग द्वारा सैम्पल लेने की कार्रवाई से खाद, दवाई व बीज विक्रेताओं में हड़कंप मचा रहा। यही नहीं एक फर्टीलाइजर की दुकान का लाइसैंस कैंसिल कर दिया गया। दुकानदार ने क्षमता से अधिक खाद किसानों को दे दी लेकिन जब दुकानदार से बेची गई खाद का ब्यौरा मांगा गया तो वह सही प्रकार से मिलान नहीं करवा पाया जिसकी वजह से दुकान का लाइसैंस कैंसिल कर दिया गया। कृषि अधिकारियों के अनुसार जिले में करीब 3200 दवाई, खाद व बीज की दुकानें कार्यरत हैं जिन पर लगातार चैकिंग की जा रही है। 

किसान हो रहे जागरूक
बीज, खाद व दवाइयों के प्रति किसानों में लगातार जागरूकता आ रही है। किसान सोच-समझ कर बीज व खाद, दवाई का चयन कर रहा है। अगर उसे कहीं पर भी मिस ब्रांडेड बीज आदि का पता चलता है तो दुकान के खिलाफ शिकायत करने में जरा सी भी देरी नहीं लगाते। साथ ही किसान यूनियन भी किसानों को जागरूक करने में लगी हुई है। 

आधार पर ही मिलती है खाद
अब तो किसानों को आधार कार्ड दिखाने पर ही आवश्यकता अनुसार खाद मिलती है। पहले जो शिकायतें आती थीं कि उन्हें खाद नहीं मिल रही। अगर मिल रही है तो वह काफी कम मिल रही है जबकि दूसरे अर्थात चहेते किसानों को खाद धड़ल्ले से दी जा रही है। इस प्रकार की शिकायतों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने आधार को खाद के साथ जोड़ दिया।  

क्या कहते हैं कृषि विभाग के डायरैक्टर 
कृषि विभाग के डायरैक्टर प्रदीप मिल ने बताया कि विभाग द्वारा करीब 165 सैम्पल दवाइयों के लिए गए थे। लिए गए सैम्पलों में से 2 सैम्पल मिस ब्रांडेड आए हैं जिसके कारण विभाग द्वारा दवाई विक्रेताओं के खिलाफ केस दर्ज करवा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में कार्यरत खाद, बीज व दवाई की दुकानों पर नियम अनुसार ही दवाई, खाद व बीज बेचने की परमिशन है। अगर कोई भी नियमों की पालना नहीं करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।