बुटाना डिस्ट्रीब्यूटरी की पटरी टूटी, गेहूं जलमग्न

12/17/2017 12:46:49 PM

गोहाना(ब्यूरो):गांव बिचपड़ी के खेतों में बुटाना डिस्ट्रीब्यूटरी की पटरी टूट गई। पटरी टूटने से आसपास के सैंकड़ों एकड़ में गेहूं की फसल जलमग्न हो गई। पटरी टूटने पर किसानों व सिंचाई विभाग ने एक दूसरे पर दोषारोपण किया। किसानों ने आरोप लगाया कि विभाग की लापरवाही के चलते पटरी टूटी है जबकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि किसानों ने ही जानबूझ कर पटरी को तोड़ा है। पटरी के साथ लगते खेतों में अधिक पानी भर जाने से गेहूं की फसल खराब होने की संभावना बन गई है।

किसान रामफल, रामकुमार, दलबीर, अत्तर सिंह, अनिल, सतबीर व चांद ने कहा कि शनिवार तड़के करीब 4 बजे बुटाना डिस्ट्रीब्यूटरी की पटरी टूटी गई। पटरी टूटने का पता चलने पर किसान मौके पर पहुंचे। किसानों ने मिट्टी डाल कर पानी रोकने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। देखते ही देखते पटरी के बड़े हिस्से में मिट्टी का कटाव हो गया। किसानों के अनुसार करीब 300 एकड़ में गेहूं व गन्ने की फसल जलमग्न हो गई। 

सूचना मिलने पर सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने पीछे से पानी रुकवा कर पटरी को ठीक करवाने का काम शुरू कर दिया है। किसानों ने कहा कि पटरी के साथ लगते खेतों में गेहूं की फसल में अधिक पानी भर गया है। इससे फसल खराब होने की संभावना बन गई है। जिस जगह से पटरी टूटी है उसके साथ लगते खेत में तो गेहूं के पौधे मिट्टी में भी दब गए हैं। किसानों ने मांग की कि फसल खराब होने की स्थिति में उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए।

नवतेज सिंह, कार्यकारी अभियंता, सिंचाई विभाग।
बुटाना डिस्ट्रीब्यूटरी की पटरी पूरी तरह से ठीक थी। पानी छोड़े जाने से पहले पटरी की जांच भी करवाई गई थी। लोगों ने स्वयं पटरी को तोड़ा है। किसान मोरी निर्माण को लेकर जो आरोप लगा रहे हैं वे निराधार हैं। पटरी तोडऩे वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है। उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी।