जिले में डेरे के नाम करोड़ों रुपए की चल-अचल संपति, 24 नामचर्चा घर व 4 कैंटीनें

punjabkesari.in Friday, Sep 01, 2017 - 11:59 AM (IST)

फतेहाबाद(रमेश भट्ट): डेरा प्रमुख के जेल जाते ही सरकार ने हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए राम रहीम की चल-अचल संपति को खंगालना शुरू कर दिया है। फतेहाबाद में डेरा सच्चा सौदा की 20 करोड़ 70 लाख रुपए की प्रॉपर्टी मौजूद है। जिला राजस्व विभाग की जांच में सामने आया कि इस समय जिले में डेरा सच्चा सौदा के 24 नामचर्चा घर अौर 4 कैंटीनें चल रही हैं। इसके अलावा 37 बसें डेरा के नाम मिली हैं। वहीं बैंक खातों से केवल करीब 14 हजार रुपए ही मिले हैं। 
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नामचर्चा घरों को डेरे की कमेटियां कर रही संचालित
जिले में नामचर्चा घरों के पास करोड़ों रुपए की चल-अचल संपति है। जिले में फतेहाबाद में हिसार रोड पर स्थित नामचर्चा घर, रतिया में फतेहाबाद रोड पर स्थित नामचर्चा घर, टोहाना व चंदड़कलां व जमालपुर स्थित नामचर्चा घर, जाखल व उसके आसपास के गांवों में स्थित नामचर्चा घर, भट्टू स्थित नामचर्चा घर, मोहम्मदपुर रोही स्थित डेरा, इसके अलावा कुकड़ावाली, चांदपुरा, मुंदलिया में भी मुख्य माने जाते हैं। 24 नामचर्चा घर व 4 कैंटीनों की प्रशासन वीडियोग्राफी कर वहां की स्थिति देख रहा है। इन नामचर्चा घरों को डेरे की तरफ से बनाई गई कमेटियां संचालन कर रही हैं। 

जिलें में चल रही 4 कैंटीनें
जिले में डेरा सच्चा सौदा के नामचर्चा घरों के अलावा चार कैंटीनें भी चल रही हैं। जिले में सिरसा रोड पर स्थित डेरा कैंटीन, रतिया, टोहाना व भूना में शामिल है। कैंटीनों से डेरे को आय भी हो रही है। गांव मोहम्मदपुर रोही स्थित डेरा सबसे पुराना है। डेरा करीब 50 साल पुराना है। यह डेरा भी काफी क्षेत्र में फैला हुआ है और सच्चा सौदा मुख्यालय सिरसा के अंडर में है। 
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डेरा प्रोडक्ट को भी मार्केट में लग सकता है झटका
करीब डेढ साल पहले डेरे ने अपने कई प्रोडक्ट बाजार में उतारें। शहर फतेहाबाद में ही दो बड़े स्टोर एमएसजी के नाम से खोले गए हैं। डेरा मुखी पर फैसला आने के बाद डेरा प्रोडक्ट का मार्केट में भी असर पड़ सकता है। लालबती चौक तथा जवाहर चौक में एमएसजी का काउंटर है। राम रहीम के दोषी करार देने के बाद डेरा के समर्थकों द्वारा हुए आम लोगों को काफी नुकसान हुआ।


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