जहरीली हवा में सांस ले रहा गुरुग्राम, बढ़ते प्रदूषण के पीछे डीजल ऑटो की भूमिका अहम

10/23/2018 6:29:22 PM

गुरुग्राम (सतीश): साइबर सिटी गुरुग्राम में हवा जहरीली होती जा रही है। शहर में वायु प्रदूषण का स्तर 400 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच चुका है। सेंट्रल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी सीपीसीबी पिछले तीन वर्ष से गुरुग्राम को देश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर का दर्जा दे रहा है। गुरुग्राम में वायु प्रदूषण पराली जलने के कारण नहीं, बल्कि यहां पर ट्रैफिक जाम और डीजल ऑटो के कारण ज्यादा बढ़ रहा है।



बता दें कि हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ दो वर्ष पहले डीजल ऑटो बंद करने की सिफारिश सरकार के पास भेजी गई थी। साल 2017 में प्रदेश सरकार ने घोषणा भी की थी कि गुरुग्राम और फरीदाबाद में डीजल ऑटो बंद किए जाएंगे और उनके स्थान पर सीएनजी ऑटो चलाए जाएंगे, लेकिन इसका तनिक भी असर न हो सका। वैसे तो शहर में वायु प्रदूषण के कई कारण हैं, लेकिन सबसे बड़ा कारण शहर की सड़कों पर रेहड़ी और डीजल ऑटो वालों का कब्जा होना है। इस वजह से शहर में ट्रैफिक जाम होता है।



शहर में 30 हजार से ज्यादा डीजल ऑटो को बंद कर दिया जाए, तो वायु प्रदूषण से बड़ी राहत मिलेगी। आज शहर की कोई सड़क नहीं बची हुई है, जिस पर डीजल आटो धुआं छोड़ता ना दिख रहा हो। हर चौक-चौराहों पर ऑटो वालों का कब्जा है। ज्यादातर ऑटो सड़क पर अपने पीछे काले धुएं की लाइन बनाते चल रहे हैं और कोई रोकने वाला नहीं है। एक डीजल ऑटो 40 टन वजन ले जाने वाले ट्रक के बराबर धुआं दे रहा है।



इन डीजल ऑटो पर कार्रवाई करने के सवाल पर गुरुग्राम के एसीपी शमशेर सिंह का कहना है कि ऐसे ऑटो का लगातार चालान किया जा रहा है और जल्द ही आरटीओ के साथ बैठक कर इस पर फैसला लिया जाएगा।

Shivam