सरकार से क्यों नाराज हैं गोल्ड मेडलिस्ट बजरंग पूनिया, जानिए वजह (VIDEO)

9/22/2018 3:58:12 PM

सोनीपत(सुनील/पवन): खेल रत्न न मिलने से नाराज गोल्ड मेडलिस्ट पहलवान बजरंग पूनिया ने सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि अगर कोई खिलाड़ी खेल प्रतियोगिता में जीत हासिल करता है तो उससे देश के नाम रोशन होता है। किसी भी खेल को जीतने के लिए खिलाड़ी पूरी मेहनत करता है, लेकिन अगर उसे समय पर अवॉर्ड नहीं मिले तो उसका मनोबल गिरता है। सरकार को इस बारे में जरूर सोचना चाहिए, ताकि खिलाड़ी और अच्छा प्रदर्शन कर सके। वहीं, सरकार की नीतियों से तंग अाकर खिलाड़ी ने कानूनी कार्रवाई करने की बात कह दी। 

बता दें कि बजरंग ने इस साल गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स और जकार्ता एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल हासिल किए थे। इस प्रदर्शन के आधार पर उन्हें भारतीय कुश्ती संघ द्वारा खेल रत्न के लिए नामांकित किया गया था, लेकिन सरकार ने यह पुरस्कार संयुक्त रूप से भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली और विश्व चैम्पियन भारोत्तोलक मीराबाई चानू (48 किग्रा) को देने का फैसला किया।  



कोर्ट जाना होगा अंतिम विकल्प
बजरंग पूनिया का कहना है कि इस मामले में खेल मंत्री से मुलाकात की है, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं अाया है। अगर उनकी बातचीत से सहमत नहीं हो सका तो कोर्ट जाना मेरे लिए अंतिम विकल्प होगा। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मुझे अदालत का दरवाजा नहीं खटखटाना पड़ेगा। अगले महीने वर्ल्ड चैम्पियनशिप है। अपनी तैयारियों पर ध्यान लगाऊंगा। अाशा करता हूं कि सरकार इस मामले की तरफ जरूर ध्यान देगी।



इस मामले में ओलम्पियन पहलवान योगेश्वर दत्त से बातचीत करूंगा, जिसके बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा। वहीं, सोनीपत के जवान शहीद नरेंद्र सिंह के साथ हुई बर्बरता की घटना को बजरंग पूनिया ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उनका कहना है कि सैनिक देश का सम्मान होता है। उसके साथ एेसी घटना पाक की कायरता को दर्शाता है। सरकार को इस मामाले में सख्त होना चाहिए। जो भाषा पाक समझता है, उसे उसी भाषा में समझाया जाए। 

बता दें कि राष्ट्रीय खेल पुरस्कार इस साल 29 अगस्त को खिलाड़ियों को दिए जाने थे, लेकिन निर्धारित तारीख के समय एशियाई खेल चल रहे थे, जिसके चलते तारीख को बढ़ाया गया था। अब ये पुरस्कार 25 सितंबर को दिए जाएंगे।

Deepak Paul