गुरुग्राम का एक और जमीन घोटाला, अनुमान 2500 करोड़ का... (VIDEO)

punjabkesari.in Tuesday, Jan 15, 2019 - 01:38 PM (IST)

गुरूग्राम(मोहित): लगातार सुर्खियों में रहने वाला साइबर सिटी गुरुग्राम में 209 एकड़ जमीन घोटाले का मामला सामने आया है, जिसमें सरकारी जमीन और जमीदार की जमीनों का घोटाला इस कदर किया गया है कि पिछले कई दशकों की सरकारें भी इस घोटाले का समर्थन करते नजर आए हैं। गुरुग्राम के आरटीआई एक्टिविस्ट हरविंदर ढींगरा ने अपनी आरटीआई के माध्यम से गुरुग्राम में लगातार हो रहे जमीन घोटाले का पर्दाफाश किया है, जिसमें आरडी सिटी के सेक्टर 51, 52 और 58 का जमीन घोटाला स्पष्ट तौर पर सामने आया है।

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आरटीआई एक्टिविस्ट हरविंदर ढींगरा ने बताया कि इस पूरे मामले में टोटल जमीन 209 एकड़ थी, जिस में 58 एकड़ जमीन को बिल्डरों ने ज्वाइंट कोलैबोरेशन और हुडा की जमीन को झूठे कागजात देकर बेच दिया। हुडा की जमीन की तकरीबन 16 से 17 एकड़ जमीन थी, जो की शिकायत करने के बाद कोर्ट ने इस जमीन को जल्द से जल्द रिकवर करने के भी आदेश दिए थे, मगर आज तक इस जमीन को ना तो रिकवर किया गया है और ना ही किसी सरकार ने इसके खिलाफ कोई जांच के आदेश दिए हैं।

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उन्होंने बताया कि यह मामला तकरीबन 3 सरकार पुराना है और बाकी की 42 एकड़ जमीन ज्वाइंट कोलैबोरेशन कर सेल कर दी गई इस पूरे घोटाले में तकरीबन डेढ़ दर्जन कंपनियों ने मिलकर इस पूरी जमीन को बेचा। झूठे कागजात देकर जमीन को अपने नाम कर सरकार को गुमराह किया जो जमीन जमीदार की थी वह तो कोलोब्रशन कर बेच दी गई। उसी की आड़ में सरकार की जो जमीन यानी हरियाणा डेवलपमेंट अथॉरिटी की 16 एकड़ जमीन को भी बेच दिया गया, जिसकी रिकवरी की फाइलें कई बार लगी मगर आज तक कोई कार्यवाही नहीं देखने को मिली।

इस पूरे मामले में किये गए घोटाले की कीमत तकरीबन 2400 से 2500 करोड़ मानी जा रही है। आरटीआई एक्टिविस्ट का साफ तौर पर कहना है कि हम बार-बार हाईकोर्ट नहीं जा सकते हम तो सिर्फ मीडिया के माध्यम से लोगों को अवगत कराना चाहते हैं कि सारी सरकारें एक हैं, तभी इस घोटाले के पर कोई कार्रवाई या फिर कोई हल इस मामले का नजर नहीं आ रहा है।


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Shivam

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