पैरालंपिक चैंपियन दीपा मलिक ने शुरू की राजनीतिक पारी, भाजपा में शामिल

3/25/2019 4:18:32 PM

नई दिल्ली(कमल कांसल): विश्वस्तर पर पैरा ओलंपिक में झंडे गाड़ चुकी चैंपियन दीपा मलिक अब राजनीति में कदम रख दिया है। दीपा आज दिल्ली स्थित बीजेपी के मुख्यालय में भाजपा का दामन थामा। यहां हरियाणा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने उनको सदस्यता प्रदान की। बता दें कि दीपा मलिक पैरालंपिक की मशहूर खिलाड़ी हैं और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित भी की जा चुकी हैं। बता दें कि आज ही इनेलो के विधायक केहर सिंह रावत ने भी भाजपा ज्वाईन की है।

गौरतलब है कि दीपा एथलीट पैरालिम्पिक्स में पदक जीतने वाली देश की पहली महिला पैरा-एथलीट बन गई। उन्होंने शॉटपुट में रजत पदक जीता है। अर्जुन पुरस्कार और पद्म श्री जैसे पुरस्कारों से नवाजी जा चुकी दीपा को लगातार पांच सालों तक भाला फेंकने के लिए एशियाई रिकॉर्ड का श्रेय दिया जाता है।



6 साल की उम्र में मार गया था लकवा
दीपा मलिक को 6 साल की उम्र में लकवा मार गया था। उनके कमर के नीचे का पूरा हिस्सा पैरेलाइज्ड है। इस बीमारी की शुरुआत में पहले उनकी टांगों में कमजोरी की शिकायत आई थी। बाद में पता चला कि उनके स्पाइनल कॉर्ड में ट्यूमर है। इसके बाद उनका ऑपरेशन हुआ, लेकिन 1999 में दोबारा परेशानी महसूस होने के बाद उनका दूसरा ऑपरेशन हुआ। इसके बाद तीसरी सर्जरी हुई और उनकी स्पाइनल कॉर्ड डैमेज हो गई। अब वे व्हील चेयर के सहारे जिंदगी जीती हैं। लेकिन शॉटपुट की बेहतरीन एथलीट हैं।



स्पोर्ट्स में बेहतरीन परफॉर्मेंस की वजह से दीपा का नाम अब तक 4 बार लिम्का बुक ऑफ रिकाड्र्स में आ चुका है। पहली बार उनका नाम लिम्का बुक ऑफ़ वल्र्ड रिकॉर्ड में तब आया था जब उन्होंने यमुना नदी के बहाव की उल्टी दिशा में एक किलोमीटर की दूरी तैरकर तय की थी। दीपा ने अभी तक 54 नेशनल गोल्ड और 13 इंटरनेशनल मेडल्स जीते हैं।



दीपा की बेटी भी पैरा एथलीट
दीपा की बड़ी बेटी देविका भी पैरा एथलीट हैं। कई प्रतियोगिताओं में मां-बेटी साथ-साथ खेलती हैं। बेटी के नाम भी कई रिकॉर्ड हैं। दीपा के पति कर्नल बिक्रम सिंह भी अब वी.आर.एस. लेकर घर आ चुके हैं और ट्रेनिंग में पत्नी और बेटी की मदद करते हैं।

Shivam