बजट स्पेशल: मनेठी वालों की मुराद पूरी, देश का 22वां एम्स हरियाणा को मिला (VIDEO)

2/1/2019 5:42:17 PM

डेस्क: लंबे समय से रेवाड़ी के मनेठी में एम्स बनाए जाने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे मनेठीवासियों की मुराद केन्द्र सरकार ने अपने बजट सत्र के दौरान पूरी कर दी है। शुक्रवार को बजट सत्र के पहले दिन वित्तमंत्री पियूष गोयल ने अपना बजट पेश किया, जिसमें देश का 22वां एम्स हरियाणा के  जिले रेवाड़ी के मनेठी में बनाए जाने के लिए बजट पास किया गया। मनेठी में एम्स बनाए जाने की घोषणा के बाद से अब रेवाड़ीवासियों के साथ यह एनसीआर के लिए काफी लाभप्रद साबित होगा।



बता दें कि मनेठी में एम्स बनाने की मांग कई सालों से की जा रही थी। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत ने एम्स बनाने को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र तक लिखा था। इसके अलावा, वे निजी तौर पर पीएम और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात कर चुके थे। अब कहा जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री का यह प्रयास सफल रहा और प्रदेश को एम्स मिल गया है।

अभी कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद एम्स का निर्माण शुरू न होने से गुस्साए मनेठी के ग्रामीणों ने आज जेल भरो आंदोलन चलाया, जिसके तहत 15 हजार लोगों ने एसडीएम की मौजूदगी में अपनी गिरफ्तारियां दी। साथ ही चेतावनी दी है कि वोट वही पाएगा जो एम्स बनवाएगा। जुलाई 2015 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रेवाड़ी जिला के कस्बा बावल में आयोजित एक रैली में जिला के गांव मनेठी में एम्स निर्माण की घोषणा की थी।

वहीं हरियाणा में 22 वां एम्स खोले जाने की घोषणा पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी पीएम नरेन्द्र मोदी व वित्तमंत्री पियूष गोयल का धन्यवाद किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ' #Budget2019 में देश का 22वां #AIIMS हरियाणा को समर्पित करने के लिए श्री @narendramodi जी तथा श्री @PiyushGoyal जी का समस्त प्रदेशवासियों की ओर से हार्दिक धन्यवाद।'

दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'हरियाणा में #AIIMS की स्थापना हो जाने से प्रदेश की जनता को महंगे इलाज कराने के लिए निजी अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा। लोगों को एम्स में ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर की स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से सस्ते दामों में उपलब्ध होंगी। #Budget2019 #BudgetForNewIndia'

क्या होता है एम्स?
एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान) में अध्‍यापन, अनुसंधान और रोगियों की देखभाल के लिए व्‍यापक सुविधाएं हैं। जैसा कि अधिनियम में बताया गया है, एम्‍स द्वारा स्‍नातक और स्‍नातकोत्तर दोनों ही स्‍तरों पर चिकित्‍सा तथा पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों में अध्‍यापन कार्यक्रम चलाए जाते हैं, यह छात्रों को अपनी ही डिग्री देता है। यहां 42 विषयों में अध्‍यापन और अनुसंधान आयोजित किए जाते हैं। चिकित्‍सा अनुसंधान के क्षेत्र में एम्‍स अग्रणी है, जहां एक वर्ष में इसके संकाय और अनुसंधानकर्ताओं द्वारा 600 से अधिक अनुसंधान प्रकाशन प्रस्‍तुत किए जाते हैं। एम्‍स में एक नर्सिंग महाविद्यालय भी चलाया जाता है और यहां बी. एससी. (ऑन) नर्सिंग पोस्‍ट प्रमाण पत्र डिग्री के लिए छात्रों को प्रशिक्षण भी दिया जाता है।



चार सुपर स्‍पेशियलिटी केन्‍द्रों के साथ 25 क्लिनिकल विभाग व्‍यावहारिक रूप से पूर्व और पैराक्लिनिकल विभागों की सहायता से रोग की सभी परिस्थितियों का प्रबंधन करते हैं। जबकि जलने के मामलों, कुत्ते के काटने के मामलों और संक्रामक रोगों से पीड़ित रोगियों को एम्‍स अस्‍पताल में उपचार नहीं दिया जाता है।

एम्‍स द्वारा हरियाणा के बल्लभगढ़ में व्‍यापक ग्रामीण स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल केन्‍द्र में 60 बिस्‍तरों वाले अस्‍पताल का भी प्रबंधन किया जा रहा है और यहां सामुदायिक उपचार के लिए केन्‍द्र के माध्‍यम से लगभग 2.5 लाख आबादी को स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं दी जाती हैं।

Shivam