सरहद पर शहीद हुआ 23 साल का इकलौता बेटा, 6 दिन बाद था कैप्टन का जन्मदिन(Video)

2/5/2018 7:00:44 PM

गुरुग्राम(ब्यूरो): पाकिस्तानी रेंजरों ने एक बार फिर से बीती शाम संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ जिलों में एलओसी पर गोलाबारी की। जिसमें गुरुग्राम के कैप्टन कपिल कुंडू (23) सहित 4 जवान शहीद हो गए। इस हमले में 2 लड़कियां अौर तीन जवान भी घायल हुए हैं। भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया। 

विधवा मां के इकलौते बेटे थे कैप्टन कपिल
पाकिस्तानी हमले में शहीद होने वाले कैप्टन कपिल कुंडू गुरुग्राम के पटौदी कस्बे स्थित रनसिका गांव के रहने वाले थे। वे इन दिनों जम्मू- कश्मीर के राजौरी जिले में तैनात थे। कैप्टन कपिल अपनी विधवा मां सुनीता के इकलौते बेटे थे। उनसे बड़ी दो बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। 

10 फरवरी को था कैप्टन कपिल का जन्मदिन
कैप्टन कपिल 10 फरवरी को अपना 23वां जन्मदिन मनाने वाले थे लेकिन इससे पहले ही शहीद हो गए। परिवार वाले भी उनके जन्मदिन को लेकर खासा उत्साहित था। अभी उनकी शादी नहीं हुई थी। 

2012 में हुआ था एनडीए में सिलेक्शन
कपिल की पढ़ाई पटौदी जिले के डिवाइन डेल इंटरनेशनल स्कूल से हुई थी। साल 2012 में कपिल का एनडीए में सिलेक्शन हुआ था, जहां से वे इंडियन अर्मी के लिए चुने गए थे। उनमें बचपन से ही देशभक्ति का जज्बा कूट-कूटकर भरा था। 

4 दिन पहले हुआ था प्रमोशन
बताया जा रहा है कि कैप्टन कपिल का 4 दिन पहले ही प्रमोशन हुआ था। प्रमोशन से जहां एक तरफ परिवार में खुशी का माहौल था वहीं उनकी शहादत की खबर से परिवार में माहौल गमगीन हो गया। 

23 साल में बड़ी जिंदगी जी गए कैप्टन कपिल
23 साल के कैप्टन कपिल का मानना था कि जिंदगी लंबी नहीं बड़ी होनी चाहिए। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर फिल्म आनंद में राजेश खन्ना का डॉयलॉग लिखा है कि "जिंदगी लंबी नहीं बड़ी होनी चाहिए।'' 23 साल में कैप्टन की शहादत से लगता है कि वे सच में बड़ी जिंदगी जी गए।