कानून पर भारी पड़ रही आस्था : ब्रज मंडल यात्रा पर रार, VHP और प्रशासन में तकरार

punjabkesari.in Sunday, Aug 27, 2023 - 07:10 PM (IST)

डेस्क : हरियाणा के नूंह में ब्रज मंडल यात्रा को लेकर एकबार फिर चर्चाएं तेज हैं। बीते 31 जुलाई को नूंह में इस यात्रा के दौरान जिस तरह से दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक दंगे हुए उसने न केवल सामाजिक सौहार्द को क्षति पहुंचाई बल्कि कई लोग अपनी जान गंवा बैठे थे। अब प्रदेश के हिंदू संगठनों ने एक बार फिर इस यात्रा को पूरा करने का ऐलान कर दिया है, जिसके लिए 28 अगस्त की तारीख तय की गई है। हालांकि प्रशासन इस यात्रा को लेकर चौकन्ना है और जिले में धारा 144 के साथ-साथ इंटरनेट भी बंद कर दिया है। इतना ही नहीं, प्रशासन ने हालात को देखते हुए जिले के सभी स्कूल, कॉलेज, बैंक बंद करने की घोषणा कर दी है। हालांकि विश्व हिंदू परिषद ने आह्वान किया था कि प्रशासन उन्हें यात्रा निकालने की परमीशन दे, लेकिन प्रशासन ने उनकी मांग को दरकिनार करते हुए इजाजत देने से इनकार कर दिया है। इसके बावजूद भी वीएचपी के जिम्मेदार लगातार कह रहे हैं कि यात्रा निकालने के लिए उन्हें इजाजत की कोई जरूरत नहीं है।

वहीं यात्रा को लेकर आज हरियाणा के आईजी (दक्षिण रेवाड़ी रेंज) राजेंद्र कुमार का बयान सामने आया है। समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि ‘यात्रा न निकालने के लिए वीएचपी के लोगों को समझाया जा रहा है। प्रशासन ने यात्रा की इजाजत नहीं दी है। हम (विहिप) को 'यात्रा' आयोजित नहीं करने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं।'

 

इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी साफ कर दिया है कि ब्रज मंडल यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। सावन का महीना है सभी लोगों की श्रद्धा है, इसलिए मंदिरों में जलाभिषेक करने की अनुमति रहेगी।सभी लोग अपने-अपने स्थानीय मंदिरों में जलाभिषेक कर सकेंगे। सीएम ने कहा पिछले दिनों नूंह में जो घटनाक्रम हुआ है इसके चलते कानून व्यवस्था के लिहाज से यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है।

वहीं गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि फिलहाल क्या कार्यक्रम है, अभी कुछ पता नहीं है। लेकिन हमारा पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और सुरक्षा को देखते हुए इंटरनेट सेवा भी बंद की गई है। प्रशासन ने नूंह की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 57 स्पेशल डयूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं।

इस बीच विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि‘जलाभिषेक यात्रा 28 को ही यानी श्रवण मास के अंतिम सोमवार को निकाली जाएगी। ये तीर्थ यात्रा है और तीर्थ के लिए किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है। ये तीर्थों का देश है, ना हमने अनुमति मांगी है और अनुमति ना मिलने का तो कोई प्रश्न ही नहीं है।’बंसल ने आगे कहा, ‘हमे आशा है कि शासन प्रशासन सभी अहतियातन कदम उठाते हुए तीर्थ यात्रा को सुरक्षित और सौहार्दपूर्ण वातावरण में हमें निकालने देगा।’ वीएपी से जुड़े नेता आलोक कुमार ने कहा कि शांति और सद्भाव बनाए रखते हुए सावन के आखिरी सोमवार को हिन्दू समाज मेवात में अपनी धर्म यात्रा पूरी करेगा।

 

बता दें कि 8 सितंबर से हरियाणा से सटे दिल्ली में G20 का कार्यक्रम होना है और ऐसे में शासन-प्रशासन किसी भी सूरत में ये नहीं चाहता कि देश-प्रदेश में किसी भी तरह की अव्यस्था हो और कानून व्यवस्था बिगड़े। इसको देखते हुए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। एक तरफ शासन-प्रशासन इस यात्रा को रोकने में जुटी हुई है तो वहीं दूसरी ओर हिंदू संगठन यात्रा निकालने की जिद पर अड़े हुए हैं। ऐसे में अब देखने वाली बात ये है कि प्रशासन इन संगठनों को मनाने में कामयाब हो पाती है या ये यात्रा अपने तय समय पर निकलेगी।

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Content Editor

Mohammad Kumail

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