गेहूं को बेचने की बजाए घर पर रखकर मालामाल होने की तैयारी में कीसान

5/1/2022 8:57:36 PM

ऐलनाबाद(सुरेन्द्र): ऐलनाबाद मंडी में इस वर्ष गेहू की आवक न के बराबर रही है ।  गेहू के दामो में तेजी की आशंका को देखते हुए बहुत से किसानों ने  अपने खेत के गेहू का भंडारण अपने घर पर ही कर लिया है । लिहाज़ा रुस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग का असर गेहूं की डिमांड पर भी देखने को मिल रहा है।  विदेशों में गेहूं की मांग बढ़ने से भाव में भी तेजी देखी जा रही है । मिली जानकारी के अनुसार   खरीद एजेंसी हैफेड ने एक लाख मीट्रिक टन गेहूं विदेश में एक्सपोर्ट करने के लिए किसी कंपनी के साथ करार किया है । ऐसे में संभव है कि  हैफेड भी एमएसपी से ज्यादा भाव पर गेहूं की खरीद कर सकता हैं, जिसका फायदा किसानों को मिलने वाला है । 

जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों में गेहूं की मांग काफी बढ़ गई है। इसके विपरीत कुछ आढ़तियों ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार मंडियों में गेहूं की आवक कम हुई है । ज्यादा भाव के चक्कर में कुछ किसान घर पर ही गेहूं का स्टॉक कर रहे हैं जबकि कुछ आढ़ती ग्रामीण क्षेत्रों में सीधे किसानों से गेहूं खरीद रहे हैं, ऐसे में गेहूं की आवक कम होने से भाव में तेजी आ रही है ।हैफेड ने गेहूं की सरकारी खरीद के लिए  2015 से 2040 रुपए प्रति क्विंटल का भाव तय किया हुआ है जोकि अब 25 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ा दिया गया है ।  इसके बावजूद भी किसान हैफेड के पास गेहूं लेकर नहीं पहुंच रहें हैं क्योंकि ज्ञात हुआ है कि  प्राइवेट में गेहूं 2300-2400 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है। ऐसे में किसान अभी भी अपनी गेहू बेचने के लिए आमदा नही है । 

हैफेड की खुद की आटा चक्की मिल भी  है। ऐसे में हैफेड गेहूं का आटा की थैली बनाकर बेचने की तैयारी में है। इस बार गेहूं का दाना सिकुड़ा हुआ है, जिसका आटा बनाने में पता नहीं चलेगा। यह भी वजह है कि हैफेड द्वारा गेहूं के रेट में बढ़ोतरी की गई है। कुछ भी हो  वर्तमान हालातो को देखते हुए इस बात की संभावना से इनकार नही किया जा सकता कि गेहू का दाम 3000 रुपए क्विंटल तक बढना काफी संभव है। अगर ऐसा हो जाता है तो इस वर्ष किसान वास्तव में ही मालामाल हो जाएगा ।


 

Content Writer

Vivek Rai