पूर्व मंत्री संपत सिंह ने छोड़ी कांग्रेस, कहा- कुलदीप बिश्रोई ने कटवाई मेरी टिकट

10/7/2019 4:35:45 PM

हिसार: पूर्व वित्‍त मंत्री एंव विधायक प्रोफेसर संपत सिंह के कांग्रेस छोडऩे की अटकलों पर पूर्ण विराम लग गया है। हिसार में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में संपत सिंह ने कांग्रेस पार्टी छोडऩे का ऐलान कर दिया है। उन्‍होंने खुले तौर पर कहा कि उनकी टिकट कुलदीप बिश्‍नोई ने कटवाई है और आदमपुर विधानसभा चुनाव में कुलदीप का खुलकर विरोध करेंगे। वो अब किस पार्टी में शामिल होंगे इसके बारे में उन्‍होंने खुलकर नहीं कहा मगर जल्‍द ही इस बात का खुलासा करने की भी बात कही है। उन्‍होंने ये भी कहा कि सभी कांग्रेसी नेताओं को टिकट सौंपी गई। इसी के आधार पर टिकटों का आवंटन भी हुआ और कांग्रेस सभी सीटों पर सरेंडर कर चुकी है।

संपत सिंह ने आरोप लगाते हुआ कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा को 51, कुमारी सैलजा को 15, अशोक तंवर को 6, रणदीप सुरजेवाला को 5, किरण को 3, अजय सिंह को 4, सा‍वित्री जिंदल को 1 और कुलदीप बिश्‍नोई के नाम पांच टिकट बांटी गईं। इनके कहने पर ही प्रत्‍याशियों का चुनाव हुआ। 

गौरतलब है कि प्रोफेसर संपत सिंह नलवा हलके से कांग्रेस पार्टी प्रत्‍याशी माने जा रहे थे। मगर एन वक्‍त पर उनका टिकट काट दिया गया था। इसके बाद वो पार्टी से नाराज चल रहे थे। माना जा रहा है कि वो भाजपा में शामिल होंगे। वहीं नामांकन के आखिरी दिन तक यह भी जानकारी सामने आ रही थी वो जेजेपी पार्टी की ओर से प्रत्‍याशी बन सकते हैं। मगर एक बैठक कर संपत सिंह ने चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा की थी। 

रविवार को रोहतक में आयोजित सीएम मनोहर लाल के कार्यक्रम में पहुंच संपत सिंह के बीजेपी ज्‍वाइन करने की बात भी चर्चा में रही। अब माना ये जा रहा है कि वो भाजपा में शामिल हो सकते हैं। साथ ही अगर वो आदमपुर चुनाव में कुलदीप बिश्‍नोई के खिलाफ प्रचार करेंगे तो इसका सीधा फायदा भाजपा प्रत्‍याशी सोनाली सिंह फौगाट को होगा। अब आदमपुर सीट पर मुकाबला और भी रोचक हो गया है।

इस सब से पहले एक इंटरव्‍यू में संपत सिंह ने बताया था कि मेरा अब कांग्रेस में मन नहीं लग रहा। मैं घुटन महसूस कर रहा हूं। मैं कार्यकर्ताओं से राय ले रहा हूं कि मैं कहां जाऊं। अभी फैसला नहीं लिया है। कांग्रेस के टिकट बंटवारे से ऐसा लगता है जैसे 90 में से 70 टिकटें भाजपा ने बांटी हैं। हिसार में भी ऐसा लगता है कि छह टिकटें कांग्रेस ने भाजपा की झोली में डाल दी हैं। जिन लोगों ने पांच साल ग्राउंड लेवल पर काम किया, उन लोगों के टिकट काट दिए गए हैं।

Shivam