हवाई जहाज से जेल तक: गीतिका केस ने ऐसे बदली कांडा की जिंदगी

10/26/2019 10:55:31 AM

नई दिल्ली (इंट) : गोपाल कांडा द्वारा भाजपा को समर्थन देने का ऐलान करने के बाद कांडा की विवादित छवि की वजह से हंगामा शुरू हो चुका है। कांडा पर कई तरह के आरोप हैं,जिसमें प्रमुख है गीतिका एयरहोस्टेस को आत्महत्या के लिए उकसाना।

उल्लेखनीय है कि कांडा की एक एयरलाइंस कंपनी थी जिसका नाम था मुरलीधर लखराम या एम.डी.एल.आर.। इसमें ही गीतिका शर्मा एयर होस्टेस थी। 5 अगस्त 2012 को गीतिका ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर लिया था जिसके बाद पुलिस को सुसाइड नोट बरामद हुआ था जिसमें गोपाल कांडा का नाम था,जिसने हंगामा मचा दिया। कांडा पर आरोप था कि उन्होंने गीतिका को आत्महत्या के लिए उकसाया। सुसाइड नोट में गीतिका ने कांडा पर और भी आरोप लगाए थे। इसमें शोषण और गलत इस्तेमाल प्रमुख था।


गीतिका की मां ने भी किया था सुसाइड
गीतिका की मौत के सिर्फ 6 महीने बाद ही कांडा जब जेल में थे,तभी गीतिका की मां ने भी उसी पंखे से लटककर सुसाइड कर लिया लिया था जिस पर गीतिका ने सुसाइड किया था। उनके सुसाइड नोट में भी कांडा व उनके साथियों को जिम्मेदार ठहराया गया था। फिर करीब डेढ़ साल बाद मार्च 2014 में उन्हें जमानत मिल गई। तब दिल्ली हाईकोर्ट ने उन पर से रेप का चार्ज हटा दिया था। हालांकि, गीतिका सुसाइड केस में ट्रायल चलता रहा जो अभी भी जारी है। मां के सुसाइड वाला मामला भी कोर्ट में है।गीतिका की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, उसके साथ अप्राकृतिक संबंध बनाए जाते थे। रिपोर्ट मुताबिक मौत से 48-72 घंटे पहले भी गीतिका से शारीरिक संबंध बनाए गए थे। यह भी सामने आया था कि वह कई बार प्रैग्नेंट हुई थी और बार-बार उसका अबॉर्शन कराया गया था।



नाबालिग थी गीतिका, कांडा के कहने पर मिली थी नौकरी
करीब 17 साल की उम्र में गीतिका को एम.डी.एल.आर. कंपनी या यूं कहें कि कांडा ने एयर होस्टेस के लिए नियुक्त किया था। उस वक्त एयरलाइंस में सीनियर वाइज प्रैजीडैंट (कार्पोरेट कम्यूनिकेशन) रहीं नूपुर मेहता ने खुलासा करते हुए कहा था कि गीतिका जब एयर होस्टेस की नौकरी के लिए आई थी उस समय वह नाबालिग थी। उसे जॉब देने से मना कर दिया गया था मगर यह इंटरव्यू कांडा अपने रूम में सी.सी.टी.वी. कैमरों से देख रहे थे। उन्होंने फोन करके गीतिका को नौकरी पर रखने को कहा। उनसे कहा भी गया कि वह नाबालिग है,मगर उन्होंने कहा कि 6 महीने में यह बालिग हो जाएगी। इतने समय के लिए उसे ट्रेङ्क्षनग पर रखो।

कांडा के भाजपा को समर्थन देने पर मृतक गीतिका के परिवार को हुआ एतराज
गोपाल कांडा के भाजपा को समर्थन देने पर गीतिका शर्मा के भाई अंकित शर्मा ने भाजपा पर सवाल दागे हैं। अंकित का कहना है कि भाजपा ऐसे व्यक्ति का समर्थन कैसे स्वीकार कर सकती है जिसके कारण उसकी बहन और मां इस दुनिया में नहीं हैं। याद रहे कि एयर होस्टेस गीतिका शर्मा ने 7 साल पहले आत्महत्या कर ली थी और इस मामले में गोपाल कांडा नामजद है और 1800 पन्नों की रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट ने कांडा को गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में आरोपी बनाया है। 
अंकित ने कहा कि भाजपा ‘बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ’ के नारे लगाती है परंतु बेटियों को मरने पर मजबूर करने वालों लोगों को अपनी पार्टी में जगह दे रही है। अंकित ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उसे व उसके पिता को कितनी बार डराया, धमकाया जा चुका है और केस वापस लेने के लिए उन पर पूरा दबाव बनाया गया है। 

10 दिन गायब रहे कांडा, फिर गए तिहाड़
गीतिका के सुसाइड के बाद कांडा 10 दिन तक गायब रहे और जब सामने आए तो सारे आरोपों को नकारने लगे। मामला बढ़ता देख उन्होंने सरैंडर कर दिया। तब उन्हें रेप,सुसाइड के लिए उकसाना,साजिश रचने जैसे अपराधों के चार्ज लगाकर गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त वह हुड्डा सरकार में मंत्री थे,जिससे उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।

एयर होस्टेस सिलैक्ट करने में होती थी कांडा की दिलचस्पी
कांडा पर हमेशा एयर होस्टेस वाले विंग को अधिक तवज्जो देने के आरोप भी लगे। नूपुर ने कहा था कि कांडा खुद लड़कियों की ड्रेस व शूज तक सिलैक्ट करते थे। नूपुर ने बताया था कि शुरुआत में कांडा ने गीतिका का जन्मदिन भी अपने फार्म हाउस पर मनाया था और गीतिका के सिर पर घुमाकर नोटों की गड्डी भी उड़ाई थी। उस वक्त गीतिका बहुत खुश रहती थी,मगर बाद में वह तनाव में रहने लगी।

जेल से आकर बनाई पार्टी, हारे चुनाव
जेल से आकर गोपाल कांडा ने हरियाणा लोकहित नाम की पार्टी बनाई थी। इससे वह सिरसा से ही 2014 का विधानसभा चुनाव भी लड़े थे,लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले कांडा ने 2009 में भी चुनाव लड़ा था। तब वह सिरसा सीट से जीत भी गए थे।

Isha