रथ पर सवार होकर दूल्हा ब्याहने पहुंची दुल्हन,देखें तस्वीरें

1/21/2017 11:45:45 AM

फतेहाबाद (रमेश भट्ट ): शुक्रवार को फतेहाबाद में एक महिला वकील ने अलग अंदाज में शादी करते हुए समाज में बेटों को ही बारात ले जाने की धारणा को बदलने का प्रयास किया। दूल्हे की बारात ले जाने की धारणा के साथ-साथ इस शादी में दहेज प्रथा और पैसे के रूप में लिए जाने वाले हर तरह के शगुन को भी पूरी तरह दूर रखा गया।

एक महिला वकील ने अलग अंदाज में शादी की, दुल्हन ने दूल्हे की सारी रस्में निभाईं। दुल्हन रथ परसवार होकर दूल्हे के घर पहुंची। दुल्हन को घुड़चढ़ी रस्म निभाते देखकर लोग हैरान हुए। दूल्हे की जगह रथ पर सवार होकर दुल्हन मंडप पर पहुंची। दुल्हन कीर्ति ने कहा दोनों परिवारो की सहमति से ही मैं घोड़ी पर चढ़कर आई हूं। कीर्ति ने कहा कि दूल्हा पक्ष ने एक रुपए का भी कोई भी शगुन नहीं लिया है।

शादी बिना दहेज और किसी भी तरह के लेन-देन के बिना संपन्न हुई। इस मौके पर दुल्हन के पिता सुभाष ने कहा-समाज में धारणा बनी है कि बेटा ही बारात ले जा सकता है लेकिन हमने यह धारणा बदलने की कोशिश की और हम सफल हुए। बेटी को घोड़ी चढ़ाने की बात जब दूल्हा पक्ष से की गई तो दूल्हे के परिवार ने इसके लिए तुरंत सहमति दे दी।

फतेहाबाद के रामनिवास मोहल्ला की रहने वाली एडवोकेट कीर्ति ने शादी संपन्न होने के बाद कहा कि उसके परिवार में बेटी को घोड़ी चढ़ाने की बातचीत हुई। इसके बाद उनके पिता सुभाष ने वर पक्ष से बातचीत की और उनके सामने यह प्रस्ताव रखा कि बारात वे खुद (दुल्हन पक्ष) लेकर आएंगे और वह बेटी को घोड़ी चढ़ाना चाहते हैं।

सुभाष ने बताया कि उन्होंने वर पक्ष से बातचीत की तो उन्होंने बेटी को घोड़ी चढ़ाने के प्रस्ताव को तुरंत स्वीकार कर लिया। शुक्रवार 20 जनवरी को शादी तय थी और दुल्हन अपने घर से रथ (घोड़ी) चढ़कर मंडप तक पहुंची। फतेहाबाद के दुल्हन पक्ष और रतिया के रहने वाले दुल्हे पक्ष की फतेहाबाद इलाके में चर्चाएं जोरों पर हैं।