मां की गैर मौजूदगी में दादी बनी बेरहम, पोती को अभिशाप समझकर पीटा, मौत

4/11/2017 11:11:27 AM

फरीदाबाद (देवेंद्र कौशिक):माता-पिता जब अपने बच्चे को मारते हैं तो दादी हमेशा उन्हें एेसा करने से रोकती है, परन्तु फरीदाबाद में कुछ इससे उल्ट ही देखने को मिला, जहां एक दादी ने अपनी 5 वर्षीय पोती को अभिशाप समझकर उसे चिमटे और डंडे से बेरहमी पीटा, जिसके चलते उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार दादी पहले भी बच्ची के साथ बुरी तरह मारपीट करती रहती थी। मामले का पता चलने पर चाइल्ड हैल्पलाइन की सदस्य ने पुलिस को शिकायत दे दी। थाना एन.आई.टी. पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। 

माता-पिता रहते थे अलग
पुलिस के मुताबिक चाइल्ड हैल्पलाइन की सदस्य सुमन उर्फ अनिता ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है कि गांधी कालोनी निवासी अमित का अपनी पत्नी के साथ काफी समय से विवाद चल रहा है। जिसके कारण अमित की पत्नी उससे अलग रह रही है। 

मां की गैरमौजूदगी में दादी करती थी मारपीट
अमित यहां अपनी मां कृष्णा और छह साल की बेटी इच्छा के साथ रह रहा है। पछले दिनों ने किसी ने उन्हें सूचना दी कि मां की गैरमौजूदगी में कृष्णा बात-बात पर इच्छा के साथ बुरी तरह मारपीट करती रहती है। जिसके कारण बच्ची हर समय बुरी तरह सहमी हुई हालत में रहती है। गत 21 मार्च को उन्हें सूचना मिली कि कृष्णा ने बच्ची के साथ बुरी तरह मारपीट की है। उसने अपनी संस्था की सदस्य अनिता व आशा को वहां भेज दिया। वहां उन्हें घर में कृष्णा मिली। कृष्णा ने बताया कि अमित बच्ची को दवा दिलवाने गया है। कृष्ण के बुलाने पर अमित बच्ची को लेकर आ गया। उन्होंने देखा कि बच्ची के हाथ, पैर, मुंह और आंख पर गंभीर चोट लगी हुई।

पुराने ख्यालातों की थी दादी
पुलिस के मुताबिक बच्ची की दादी पुराने ख्यालातों की थी जिसकी वजह से वह उसे मारती-पीटती थी और टॉर्चर करती थी जिसकी शिकायत उन्हें एक एन.जी.ओ. ने की थी। बाद में उन्होंने एक टीम बच्ची के घर भेजी तो उन्हें उसके शरीर पर जख्म मिले, जिसके बाद उन्होंने बच्ची को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। फिर उसके पिता बच्ची को फरीदाबाद ले आया। बच्ची की हालत खराब होने पर फिर उसे दिल्ली के अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। 

रोते बिल्खते चाचा ने पुलिस पर लगाए संगीन आरोप
कैमरे पर रोते हुए बच्ची के चाचा ने एन.जी.ओ. और पुलिस पर संगीन आरोप लगते हुए कहा कि एन.जी.ओ. और पुलिस उन्हें बेवजह ही परेशान कर रही थी। पुलिस एन.जी.ओ. के कहने पर हमें प्रताड़ित कर रही थी, जबकि उसकी बच्ची खेलते समय घायल हुई थी, जिसका वह फरीदाबाद के निजी अस्पताल में इलाज करवा रहा था। एन.जी.ओ. की दखलंदाजी की वजह से उसकी बच्ची का सही समय पर सही इलाज नहीं हुआ और उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा जहा, उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, बच्ची के चाचा ने कहा कि उलटे पुलिस उन्हें प्रताड़ित कर रही है। बच्ची की दादी को हत्या के झूठे आरोप में फसा रही है। वह चाहता है कि उसके साथ इंसाफ होना चाहिए ताकि बच्ची की आत्मा को शांति मिले और आरोपियों को सजा।