विधानसभा बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के मुख्य बिंदु

3/5/2018 4:20:02 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने के बाद राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी का अभिभाषण शुरू हुआ। अभिभाषण में राज्यपाल ने हरियाणा सरकार के तीन साल के दौरान हुए विकास कार्यों, परियोजनाओं, राजस्व में किए गए बदलावों और महिलाओं के प्रति सरकार की सजगता का उल्लेख किया। इस दौरान राज्यपाल ने अन्य विकास कार्यों में हुए खर्चों को भी गिनवाया। राज्यपाल के अभिभाषण के प्रमुख बिंदु कुछ इस प्रकार हैं-

मनोहर सरकार में हरियाणा पहला कैरोसीन मुक्त राज्य बना एवं शिक्षित पंचायतों का भी उलेख किया गया।
कन्या भ्रूण हत्या रोकने और किसानों के लिए सरकार के काम का जिक्र।
नौकरियों में पारदर्शिता, दक्षिण हरियाणा तक पानी पहुंचाने का कार्य।
कर संग्रहण के मामले में हरियाणा देश में पांचवे नम्बर पर है।
प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2016-17 में 1,45,163 से बढ़कर प्रति व्यक्ति आय चालू वर्ष में बढ़कर 1,54,587 रूपये हुई।
सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में उलेखनीय सफलता हासिल की है, दिसंबर 2017 में लिंगानुपात 914 हुआ है।
दिन दयाल अंतोदय केंद्र स्थापित करने का निर्णय सरकार ने लिया है।
7 वें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारशें लागू करने में हरियाणा सरकार का पहला स्थान है।
सक्षम योजना 15 अगस्त 2018 तक राष्ट्रीय स्वास्थ्य सरंक्षण योजना लागू कर दी जाएगी।
90 विधान सभा क्षेत्रों में बिना भेद भाव विकास किया है।
2014 से अभी तक 4583 घोषणाएं की जिनमे से 2996 घोषणाएं या तो लागू हो गई या फिर किर्यान्वन में हैं।
प्रधान मंत्री आवास योजना ग्रामीण के  तहत 4349 नए मकान बनाए और 13543 मकानों का निर्माण कार्य जारी है।
खेलो इंडिया स्कूल गेम्स में हरियाणा के खिलाडिय़ों ने 38 स्वर्ण पदक सहित कुल 102 पदक जीतकर पहला स्थान हासिल किया।
सरकार ने मातृ भाषा सत्याग्रहियों को 10000 रूपये प्रतिमाह पेंशन देनी शुरू की।
पूरे प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त किया गया।
गांवों की बुनियादी सुविधाओं की पूर्ति के लिए हरियाणा ग्रामीण विकास योजना शुरू की। 
स्वर्ण जयंति महा ग्राम योजना गाँवों से पलायन रोकने के मकसद से शुरू की।
दीनबन्धु हरियाणा ग्राम उदय योजना और विधायक आदर्श ग्राम योजना की शुरूआत।
प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना राज्य के 13 जिलों में किर्याविन्त की जा रही है।
सिंचाई दक्षता निधि योजना के तहत जल संरक्षण और संचयन के लिए 36 खण्डों को चिन्हित किया गया है।