26/11 आतंकी हमला: ऑपरेशन ब्लैक टारनेडो के लीड मेजर को हरियाणा सरकार ने नहीं दी सम्मान राशि

7/18/2018 10:23:06 PM

चंडीगढ़(धरणी): 26 नवंबर 2008 को मुंबई के होटल ताज तथा होटल ओबराय में लश्कर-ए-तैयबा द्वारा किए गए हमले के दौरान ऑपरेशन ब्लैक टारनेडो में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड को लीड करने वाले रेवाड़ी के मेजर करमजीत सिंह यादव ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए हरियाणा सरकार द्वारा सम्मान राशि ना दिए जाने के फैसले को चुनौती दी है।

एडवोकेट पी एस राव गिरवर के माध्यम से याचिका दाखिल करते हुए मेजर ने कहा कि ऑपरेशन ब्लैक टारनेडो के दौरान उनके द्वारा निभाई गई भूमिका के चलते उन्हें राष्ट्रपति द्वारा वीरता सम्मान दिया गया था। इस सम्मान के आधार पर उन्होंने हरियाणा सरकार के समक्ष रिप्रेजेंटेशन सौंपते हुए सम्मान राशि दिए जाने की अपील की थी। हरियाणा सरकार ने उस की अपील यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि उसके द्वारा दिखाई गई वीरता युद्ध के समय में नहीं बल्कि शांति के दौर में थी। 

याचिकाकर्ता ने कहा कि राष्ट्रपति द्वारा दिए गए सम्मान में कहीं पर भी यह उल्लेखित नहीं है कि वह स्थिति शांति की थी या युद्ध की।  हरियाणा सरकार की नीति के तहत राष्ट्रपति से इस प्रकार का सम्मान मिलने वालों को 550000 रूपये नगद इनाम देने का प्रावधान है।

 याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि जिस प्रकार की बहादुरी याचिकाकर्ता ने दिखाई उसके चलते उसे सम्मान दिया जाना चाहिए यदि ऐसा सम्मान नहीं दिया जाता है तो यह सेना में रहकर देश की सेवा करने वाले युवाओं का मनोबल तोडऩे वाला निर्णय होगा।

उल्लेखनीय है कि 26 नवंबर 2008 को हुए इस आतंकी हमले मैं 164 लोग मारे गए थे और 308 लोग घायल हुए थे। इस दौरान बहुत सारी विदेशी पर्यटकों को बंधक भी बना लिया गया था। याचिकाकर्ता ने उसकी टीम की बहादुरी का ही नतीजा था कि ज्यादातर विदेशी पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।

Shivam