हरियाणा पुलिस ने खोला लाल बैग का राज, राम रहीम को भगाने का था फुलप्रूफ प्लान

8/31/2017 1:53:16 PM

पंचकूला(ब्यूरो): साध्वियों से यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा काट रहे बलात्कारी राम रहीम को लेकर एक खुलासा हुआ है। राम रहीम 25 अगस्त को अपने साथ लाल रंग का बैग लेकर गए, हरियाणा पुलिस ने उसके राज का खुलासा किया है। दरअसल 25 अगस्त को राम रहीम को दोषी करार होने के बाद वहां से फरार करने अौर उनके एक इशारे पर वहां हिंसा करने का प्लान था लेकिन हरियाणा पुलिस की सतर्कता ने कोशिश को नाकाम कर दिया था।

हरियाणा पुलिस ने खोला लाल बैग का राज
पुलिस महानिरीक्षक केके राव ने कहा कि जैसे ही राम रहीम को दोषी करार दिया गया तो कोर्ट से बाहर आकर उसने अपने साथ लाए लाल बैग की मांग की। जिसके बाद राम रहीम के साथ आई उनकी मुंह बोली बेटी हनीप्रीत ने गाड़ी से बैग बाहर निकाला तो करीब दो-किलोमीटर दूर से आंसू गैस के गोले दागे जाने की आवाजें सुनाई देने लगीं। यह उनकी अोर से अपने लोगों को एक इशारा था कि वे उसके समर्थकों में उसे दोषी ठहराए जाने की खबर फैला दें ताकि वे उपद्रव पैदा कर सकें अौर राम रहीम वहां से फरार हो सके। 

तो इसलिए कोर्ट रुम के बाहर खड़े थे राम रहीम
राव ने कहा कि उन्हें बात समझ आ गई कि इस इशारे के पीछे कोई मतलब है। उनका शक तक गहरा हो गया जब काफी देर तक बाबा कोर्ट के बाहर अपनी बेटी के साथ खड़े होकर टाइम बेस्ट कर रहे थे ताकि सभी समर्थकों को घटना की जानकारी हो जाए। पुलिस कर्मियों ने राम रहीम को जबरदस्ती चलने के लिए कहा था लेकिन वो हिचकिचा रहे थे। राम रहीम के सिग्नल को समझते हुए राव ने पूरी प्लानिंग और रूट चेंज कर दिया।

राम रहीम के कामांडो अौर पुलिस में हुई थी हाथापाई
पहले प्लानिंग थी कि राम रहीम अपनी गाड़ी में ही जेल जाएंगे उनके साथ कुछ कमांडो होंगे लेकिन उनकी मंशा को भांपते हुए राम रहीम को कोर्ट रूम से बाहर निकालकर डीसीपी सुमित कुमार की गाड़ी में बैठा दिया। राम रहीम को हेलीकाप्टर तक छोड़ने के लिए जिन पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी उनको छोड़कर आईजी ने दूसरे कामांडो को साथ ले लिया था। जिसमें आईआरबी भौंडसी के रिजर्व पुलिस फ़ोर्स और  गुरुग्राम पुलिस की क्राइम राम रहीम के आगे पीछे हो गई। कमांडो सुमित कुमार की गाड़ी पर लटक गए थे। जिसके बाद राम रहीम के कामांडो अौर पुलिस में हाथापाई भी हुई। 

राम रहीम को ऐसे हेलीकाप्टर तक पहुंचाया गया था
सुमित कुमार की गाड़ी को खुद केके राव पायलट कर रहे थे। राम रहीम की गाड़ी के पीछे 2 और गाड़ी जिसमें गुरुग्राम पुलिस की क्राइम टीम लग गई और दूसरी में आईआरबी रिजर्व फोर्स लग गई थी ताकि किसी को पता न लगे कि बाबा इस गाड़ी में है टोटल चार गाड़ी राम रहीम के साथ कोर्ट रूम से आर्मी कैंप तक गई। उसके बाद सुमित कुहार ने बाबा के साथ हेलीकाप्टर में बैठकर रोहतक के सुनारिया जेल तक गए थे।