रामचंद्र छत्रपति व रणजीत हत्याकांड पर सुनवाई आज, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात

9/16/2017 10:06:01 AM

चंडीगढ़/सिरसा (उमंग श्योराण):डेरा सच्चा सौदा की साध्वियों के यौन शोषण में सजा सुनाए जाने के बाद अब लोगों की निगाहें पत्रकार छत्रपति व रणजीत हत्याकांड के फैसले पर टिक गई हैं। इस मामले में 16 सितम्बर को सी.बी.आई. कोर्ट में फाइनल आरग्यूमैंट्स हैं। जिस जज ने डेरा प्रमुख को 20 साल की सजा सुनाई है उसी जज के पास यह दोनों मामले हैं। अंशुल छत्रपति ने कहा कि रेप के जुर्म में सजा मिलने के बाद उन्हें अब उम्मीद है कि फैसला जल्द ही उनके हक में आएगा और वह अदालत से इस उम्मीद के साथ-साथ यह मांग करते हैं कि इस केस की डे-टू-डे सुनवाई करें। अंशुल ने बताया कि उनके केस में गवाहियां पूरी हो चुकी हैं और आज फाइनल आरग्यूमैंट्स की प्रक्रिया शुरू होनी है। पंचकूला में अर्धसैनिक बलों और हरियाणा पुलिस की टुकड़ियों को तैनात किया गया है। दोनों हत्या मामलों के बाकी सभी 7 आरोपी भी सीबीआई कोर्ट में पेश किए जाएंगे। 

2003 में हाईकोर्ट ने दिए थे CBI जांच के आदेश
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने 2003 में ही पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और रंजीत सिंह की हत्या की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। जुलाई 2007 में सीबीआई ने इस दोनों ही केस में चार्जशीट दाखिल कर दिया था।अब 10 साल बाद इन केसों में फैसला आने की उम्मीद परिवार वालों में जगी है।

15 साल की लंबी लड़ाई के बाद छत्रपति के बेटे को इंसाफ का इंतजार
पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल के मुताबिक करीब 15 साल की लंबी लड़ाई के बाद आखिरकार फाइनल राउंड के शुरू होने से एक बड़ी राहत मिली है। पत्रकार के बेटे को उम्मीद है कि जल्द ही कुछ दिनों में सुनवाई पूरी होगी और उनके पिता रामचंद्र छत्रपति को इंसाफ मिलेगा।

सुनारिया जेल से वीडियो कांफ्रैंसिंग के जरिए होगी पेशी
पंचकूला सी.बी.आई. कोर्ट में डेरा प्रमुख की पेशी रोहतक की सुनारिया जेल से वीडियो कांफ्रैंसिंग के जरिए की जाएगी, लेकिन ऐहतियात के तौर पर प्रदेश भर में अलर्ट घोषित किया गया है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक बी.एस. संधू की ओर शुक्रवार को सुरक्षा तैयारियों को लेकर खास बैठक की गई, जिसमें पंचकूला कोर्ट से लेकर सुनारिया जेल के आसपास सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस को आशंका है कि पेशी के दिन सुनारिया जेल के आसपास डेरा प्रेमियों का जमावड़ा लग सकता है।

हरियाणा में अभी भी तैनात हैं 33 कम्पनियां
बीते 25 अगस्त को डेरा प्रमुख के फैसले को लेकर बुलाई गई अर्धसैनिक बलों की अभी 33 कंपनियां मौजूद हैं। शनिवार की पेशी के बाद ही सरकार की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को रिव्यू किया जाएगा, जिसके बाद कितनी कंपनियां रखी जाएंगी इसका फैसला किया जाएगा।