गूगल का हर्षित शर्मा को 12 लाख पैकेज की नौकरी पर बड़ा झटका

8/2/2017 11:16:19 AM

चंडीगढ़:चंडीगढ़ के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्र हर्षित का गूगल में ग्राफिक डिजाइनिंग के लिए चयन को लेकर नया मोड़ आ गया हैं। दरअसल, गूगल का कहना है कि उसने ऐसे किसी भी प्रोग्राम के लिए किसी का चयन नहीं किया है। हर्षित शर्मा से जुड़ा उनके पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि ये तो चंडीगढ़ प्रशासन की बड़ी लापरवाही है। उन्होंने बिना पड़ताल किए इस तरह की जानकारी जारी कर दी गई। अब चंडीगढ़ प्रशासन ने इस पूरे प्रकरण में इंक्वायरी मार्क कर दी है। डी.पी.आई. को ये जिम्मा सौंपा गया है, जिनको आज (बुधवार) तक रिपोर्ट सब्मिट करने के लिए कहा गया है। जिस स्कूल में हर्षित पढ़ता था, वहां से इंफॉरमेशन किस तरह से आई और किस तरह से इसको बिना क्रॉस वेरिफाई किए आगे भेज दिया गया, इसको लेकर भी रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। 

हर्षित का मोबाइल बंद
दूसरी ओर स्कूल के प्रिंसिपल इंद्रा बेनीवाल ने इस मामले में चुप्पी साध ली है। इतना ही नहीं, हर्षित का मोबाइल भी बंद है। इसके चलते मामला संदेहास्पद हो गया है। यूटी के डायरेक्टर स्कूल एजूकेशन ने भी इस मामले में संबंधित स्कूल से रिपोर्ट तलब की है। हर्षित हरियाणा के कुरुक्षेत्र का रहने वाला है। 

जानिए क्या था हर्षित का दावा 
यूटी शिक्षा विभाग ने विज्ञप्ति जारी कर दावा किया था कि गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर- 33 से 12 वीं पास छात्र हर्षित को गूगल ने चयनित कर 1.44 करोड़ के सालाना पैकेज पर नौकरी का प्रस्ताव दिया है। दावा था एक साल के लिए हर्षित को ट्रेनिंग पर रखा जाएगा। ट्रेनिंग खत्म होने के बाद हर्षित को हर महीने 12 लाख रुपए सैलरी मिलेगी। 

हर्ष‍ित का परिवार ने मीडिया सेृ काटी कन्नी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हर्ष‍ित के माता-पिता शिक्षक हैं. उनका छोटा भाई कक्षा 10वीं में पढ़ता है. हर्ष‍ित पढ़ाई करने के लिए अपने चाचा जी के पास रहते थे, जो डेरा बस्सी में रहते हैं. गूगल द्वारा इनकार किए जाने के बाद हर्षित के परिवार वालों ने मीडिया से बातचीत करने से इंकार कर दिया।