खेमका ने अपनाया समन भेजने का अनोखा तरीका, कोर्ट का काम होगा अब आसान

4/9/2017 12:08:14 PM

चंडीगढ़:व्हिसिल ब्लोयर के नाम से मशहूर हरियाणा के वरिष्ठ आई.ए.एस. अशोक खेमका एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल, कई केस ऐसे होते हैं जहां आरोपी ये बहाना बना देते हैं कि उनको कोर्ट की तरफ से समन नहीं मिले इसलिए वे उपस्थित नहीं हो पाए लेकिन खेमका ने वॉट्सएप्प के जरिए कोर्ट का काम ऐसे आसान कर दिया कि अब आरोपी मुकर नहीं सकता। फाइनैंशल कमिश्नर की अदालत तीन भाइयों के बीच संपत्ति विवाद के एक मामले में वॉट्सएप्प के जरिए समन भेजेगा। 

अब समन भेजे जाने में नहीं होगी देरी
वरिष्ठ IAS अधिकारी अशोक खेमका के नेतृत्व वाली अदालत ने यह आदेश दिया है। देश में वॉट्सऐप के जरिए समन भेजे का जाने का यह पहला मामला होगा। अभीतक इलेक्ट्रॉनिक तौर पर समन ई-मेल या फैक्स से भेजे जाते थे। इस कदम से समन भेजे जाने में देरी को रोका जा सकता है। 

पारिवारिक संपत्ति मामले में जारी किया ये आदेश
खेमका ने रेवेन्यू लॉ से संबंधित एक विवाद में हिसार के अनुरंग शाहपुर गांव के 3 भाइयों के मामले की सुनवाई करते हुए यह आदेश जारी किया। सतबीर सिंह का अपने भाई रामदयाल और कृष्ण कुमार के साथ गांव में पारिवारिक संपत्ति में बंटवारे को लेकर विवाद है। फाइनैंशल कमिश्नर की अदालत ने जब इस मामले में दोनों भाई से जवाब मांगा, तो रामदयाल को तो समन मिल गया लेकिन कृष्ण के काठमांडू में शिफ्ट हो जाने के कारण उसे समन नहीं मिला। स्थायीय रेवेन्यू अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उसने कृष्ण से फोन पर बात की लेकिन उसने काठमांडू का अपना पता देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने आदेश दिया कि कोर्ट की सील के साथ समन की तस्वीर कृष्ण को उसके नंबर पर भेजा जाए और वॉट्सएप्प पर की डिलिवरी रिपोर्ट के प्रिंटआउट को डिलिवरी प्रूफ के तौर पर माना जाएगा।