इस कारण हुआ था कारगिल युद्ध, रिटायर्ड आर्मी अफसर ने सुनाया आंखो देखा हाल

7/26/2019 4:38:49 PM

रोहतक(दीपक): 26 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध में भारत को विजय मिली थी। 1999 में घुसपैठियों के रूप में पाकिस्तानी सेना ने करगिल की चोटियों  पर कब्जा कर लिया था लेकिन कैप्टन विक्रम बत्रा, कैप्टन सौरभ कालिया और लेफ्टिनेंट मनोज पांडेय जैसे शूरवीरों की वीरता के आगे कारगिल की पहाडिय़ों की ऊंचाई भी कम पड़ गई। करीब दो महीने चले इस युद्ध में आखिरकार पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी लेकिन इस युद्ध में भारत के 513 वीर जवान देश की रक्षा करते शहीद हो गए।




सियाचिन से भारतीय सेना को पीछे हटाना और पाकिस्तान का कश्मीर में आतंकवाद फेल होना इन 2 कारणों से हुआ था कारगिल का युद्ध सेना के रिटायर अधिकारियों का मानना है की दुनिया के इतिहास में इससे पहले इतनी ऊंचाई पर इतनी लंबी लड़ाई कभी नहीं इस लड़ाई में 527 जवान शहीद हुए थे जिसमें से 74 हरियाणा के और हजारों गंभीर रूप से घायल हो गए थे। कारगिल युद्ध जैसा दुनिया के इतिहास में इतनी ऊंचाई पर इतने दिनों तक कभी नहीं हुआ होगा,18 हजार फीट की ऊंचाई से भी ज्यादा जहां हिलने-डुलने में भी ऑक्सीजन खर्च होती हो - 35 डिग्री टेंपरेचर  भारतीय जवानों ने साहस और हिम्मत का परिचय देते हुए दुश्मनों को धूल चटाई और अपनी जमीन पर कब्जा कर तिरंगा झंडा फहराया।



132 भारतीय पोस्टों पर पाकिस्तानी सेना  ने कर लिया था कब्जा 
सेना के सेवानिवृत्त कर्नल योगेंद्र सिंह बताते हैं कि सर्दियों में सियाचिन में पाकिस्तानी सेना और भारतीय सेना चौकियों को छोड़ देती है और नीचे आ जाते हैं लेकिन पाकिस्तानी सैनिकों ने चौकिया नहीं छोड़ी और 160 किलोमीटर भारतीय सीमा में घुसकर 132 भारतीय पोस्टों पर कब्जा कर लिया उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद फैल रहा था और सियाचिन से पाकिस्तानी सेना को पीछे हटा कर भारतीय पोस्टों पर कब्जा करना था इन्हीं कारणों से कारगिल युद्ध हुआ था।



हरियाण के 74 जवान हुए थे शहीद 
कारगिल युद्ध के फाइनल मुकाबले में टाइगर हिल पर झंडा फहराना था । इसके लिए 25 जवानों की टुकड़ी ऊंचाई पर चढ़ने लगी लेकिन घात लगाए पाकिस्तानियों  ने हमला कर दिया और 24 जवान शहीद हो गए। कई गोलियां लगने के बाद एक जवान योगेंद्र यादव ने मुकाबला किया ओर टाइगर हील पर झंडा फहरा दिया यह कारगिल युद्ध का फाइनल मुकाबला माना जाता है। कारगिल युद्ध में 527 जवान शहीद हो गए थे जिसमें से 74 हरियाणा के थे ओर हजारों घायल हो गए थे। 

 

 

Isha