WWE में फाइट से पहले कविता दलाल ने मां के नाम भेजा संदेश

7/13/2017 5:42:11 PM

जींद(विजेंदर कुमार):जींद के एक छोटे से किसान की बेटी कविता दलाल अमेरिका के फ्लोरिडा में 13 जुलाई की रात को डब्यूडब्लूई माय यंग क्लासिक चैंपियनशिप में भारत की अौर से खेलेगी। दलाल ने फाइट से पहले एक वीडियो भेजा है, जिसमें कविता ने अपनी मां के लिए संदेश भेजा है। कविता दलाल ने वीडियो में कहा है कि- हैलो इंडिया। आने वाली सुबह को मेरी फाइट होने वाली है। अभी यहां रात है जब आप सो रहे होंगे मैं यहां फाइट कर रही हूंगी। आप सब लोगों की दुआएं हैं। मैं 100 प्रतिशत जो रेशपॉसब्लिटी लेकर आई हूं उसे मैं यहां पूरे तरीके से निभाने की कोशिश करूंगी। जीतूंगी और जीतने की पूरी कोशिश करूंगी। क्योंकि जीतने के लिए ही मैंने तैयारी की है।

वीडियो भेज मां को दिया संदेश
वहीं कविता ने दूसरे वीडियो में कहा है कि आप सब को बोलना चाहती हूं कि आप मेरी मां को बोलें कि वे खाना खा लें। वे खाना नहीं खा रहे हैं। वे कह रहे हैं कि जब तक तेरी फाइट नहीं हो जाती है मैं खाना नहीं खाऊंगी। वे लगातार प्रार्थना किए जा रही हैं। मैं यहा अपना बेस्ट दूंगी और रिजल्ट अच्छा लेकर आउंगी।

सूट पहनकर रेसलर को चित कर हुई फेमस
कविता दलाल खली की जालंधर स्थित एकेडमी में नेशनल रेसलर बुलबुल को सूट सलवार पहनकर चित कर देने से फेमस हुई थी। इसके बाद उन्हें बिग बॉस से भी न्यौता मिला था। नेशनल लेवल पर 9 साल तक वेट लिफ्टिंग में गोल्ड जीतने वाली कविता ने जालंधर स्थित खली की एकेडमी से ट्रेनिंग ली थी। रोजाना 8 घंटे वहां मेहनत करने वाली कविता शादीशुदा भी हैं। घर और काम को वो बखूबी संभाल रही है।

शादी के बाद भी रेसलिंग के जुनून को पीछे नहीं छोड़ा
जींद के मालवी गांव की रहने वाली कविता जुलाना के सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 12 तक पढ़ी हैं। इसके बाद 2004 उन्होंने लखनऊ में अपनी रेस्लिंग की ट्रेनिंग शुरू की। ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने पढ़ाई भी जारी रखी और साल 2005 में बीए की पूरी कर ली।
 पढ़ाई और ट्रेनिंग के बाद 2008 में कविता ने बतौर कांस्टेबल एस.एस.बी. में नौकरी ज्वाइन की। नौकरी लगने के बाद साल 2009 में कविता ने बड़ौत के रहने वाले गौरव से शादी की। गौरव भी एसएसबी में कॉन्स्टेबल हैं और वॉलीबॉल के खिलाड़ी हैं। कविता ने शादी के बाद भी कभी रेसलिंग के लिए अपने जुनून को पीछे नहीं छोड़ा। वह लगातार इसमें एक्टिव रहीं और इसमें आगे बढ़ने का सपना देख रही हैं।

फाइट के चलते मां ने खाना नहीं खाया
कविता की फाइट के चलते उनकी मां ज्ञानमती देवी (60) ने दो दिन से खाना नहीं खाया है। वे लगातार कविता की जीत के लिए प्रार्थना कर रही हैं। ज्ञानमती देवी कहती हैं कि उसकी बेटी बचपन से ही तगड़ी थी। जब वह महज पांच साल की थी तब वह हर रोज एक बार में आधा किलो दूध पी जाती थी। उसे हलवा, चूरमा, पूड़े खाने का बड़ा शौक था। पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी कविता सबसे ताकतवर है। अब भी वह खाने में देसी घी, दूध और दही ही ज्यादा खाती है। ज्ञानमती बताती हैं कि उन्हें यह तो पता था कि उनकी बेटी तगड़ी है। लेकिन यह उम्मीद नहीं थी कि वह इतनी ताकतवर हो जाएगी कि पूरी दुनिया की ताकतवर महिलाओं के साथ मैदान में लड़ेगी। अब उन्हें पूरा विश्वास है कि वह सबको इस प्रतियोगिता में पछाड़ देगी। वह अमेरिका में कई दिन रहेगी और उसे इस दौरान खाने में कोई दिक्कत आए। जाते हुए उसको देसी घी-मावे के लड्डू भी दिए हैं।