इस दुल्हन ने बढ़ाई लड़कियों की शान, घोड़ी चढ़कर ब्याहने चली दुल्हा (Video)

2/28/2017 8:22:16 PM

रेवाड़ी (मोहिंदर भारती):बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ वाले मोदीजी के सपने को साकार कर दिखाया जिला रेवाड़ी के गांव दड़ौली फतेहपुरी निवासी एक परिवार, जिन्होंने अपनी लेक्चरर बेटी पूजा की शादी से पहले उसे घोड़ी पर दूल्हे की तरह बैठाकर गांव में ढोल ढमाकों के साथ उसकी घुड़चढ़ी की रस्म की। दरअसल पूजा जो पेशे से लेक्चरर है और उसकी शादी आज होनी है, लेकिन पूजा के पिता और भाई नहीं होने के कारण उसकी मां ही यह सारी जिम्मेदारी संभाल रही हैं और उसी की इच्छा अनुसार पूजा शादी से पहले उसे घोड़ी पर दूल्हे की तरह बैठाकर गांव में ढोल ढमाकों के साथ उसका बनवारा (घुड़चढ़ी) निकाला गया। 

पूजा की माने तो आज लोगों की सोच बन गई है कि बेटियां माता-पिता पर एक बोझ की तरह होती है, लेकिन अब लोगों की इस दकियानूसी सोच को बदलना होगा। यही सोचकर उसकी मां ने उसका विवाह से पूर्व बेटों की तरह बनवारा निकाला, जो ऐसे लोगों के लिए एक सबक है। पूजा ने समाज की अन्य बेटियों को संदेश देते हुए कहा कि वो खुद को बेटों से कम और कमजोर न समझें। अब देश की हर बेटी को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ वाले मोदीजी के सपने को साकार करना ही होगा। अपने बनवारे को लेकर पूजा और उसका परिवार खुशी से फूला नहीं समां रहा और पूरे जिले में इस अनोखी शादी की चर्चा आग की तरह फैल गई है।

पूजा की मां के अनुसार वह एक आंगनवाड़ी वर्कर है। पति और बेटा दोनों इस दुनियां में नहीं हैं। इनकी सोच है कि आज बेटी और बेटे में कोई फर्क नहीं। जो लोग बेटियों को जन्म देने से पहले ही कोख में मार देते है। उन लोगो के लिए पूजा का बनवारा एक सबक और अनूठी मिसाल है। लोगों को अपनी सोच बदलनी होगी तभी बेटियों को उनका सही दर्जा मिल सकेगा। आज वो बहुत खुश है और इनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। पूजा के चाचा भी इस बनवारे को लेकर काफी खुश है। इनका भी यही कहना है कि पूजा किसी बेटे से कम नहीं है। इसी सोच के साथ उसको घोड़ी पर बैठाकर बनवारा निकाला गया। यदि पूजा और पूजा के परिवार की तरह हर इंसान की यही सोच बन जाए तो वो दिन दूर नहीं जब बेटियां जीवन के हर मुकाम पर सफलता की ऊंचाइयों को छूती हुई नजर आएंगी और फिर कोई बेटियो को कोख में मारने से पहले 10 बार सोचने पर विवश हो जाए।