पुलिस जांच में सहयोग कर सकती है विपासना इंसा, बता सकती है हनीप्रीत का पता

9/18/2017 1:01:30 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): राम रहीम के हर राजदार अौर उसका साथ देने वालों पर पुलिस शिकंजा कसती जा रही है। अब पुलिस की नजर विपासना इंसा पर है। विपासना इंसा वह है जो हनीप्रीत से पहले राम रहीम के बेहद करीब थी। हनीप्रीत के आने के बाद विपासना को डेरे के दूसरे काम सौंप दिए गए। पुलिस ने विपासना को एक नोटिस जारी किया है कि वह अपने बयान दर्ज करवाए। वहीं डीजीपी बीएस संधू ने भी कहा कि आज विपासना सिरसा में एसआईटी के सामने पेश होगी अौर उनसे पूछताछ की जाएगी। विपासना के अंडरग्राउंड पर डीजीपी ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है उसने एसपी सिरसा को खुद फोन करके कहा कि वह आज पेश होगी।

विपासना पुलिस के साथ खेल रही लुका छिपी 
विपासना राम रहीम के डेरे को संभाल रही है लेकिन कुछ दिन से पुलिस का उससे भी कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। उसका नंबर भी बंद आ रहा है। पुलिस विपासना से पूछताछ के लिए नोटिस भी भेजने वाली थी लेकिन उससे पहले ही उसने लुका-छिपी का खेल खेलना शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि डेरे के अब भी कई ऐसे राज दबे हैं, जो विपासना उगल सकती है, लेकिन ये तभी मुमकिन होगा, जब वो पुलिस की पकड़ में आए।

विपासना ने ही सुनारिया जेल में हनीप्रीत के लिए भेजी थी गाड़ी
हनीप्रीत अौर विपासना डेरे से संबंधित कई राज जानती थी। जांच एजेंसियों का उस पर शक न जाए इसलिए विपासना ने मीडिया में हनीप्रीत को आत्म समर्पण करने की सलाह दी। डेरा अनुयायी रोहतक निवासी संजय चावला के खुलासे ने विपासना के झूठ से पर्दा उठा दिया। संजय चावला ने खुलासा किया कि डेरा चेयरपर्सन विपासना इंसां ने ही सुनारिया जेल से हनीप्रीत को लाने के लिए उसे निर्देश दिए। इसके बाद 25 अगस्त की रात को विपासना ने अपने तीन लोगों को इनोवा गाड़ी लेकर भेजा। विपासना से मोबाइल पर बातचीत करने के बाद हनीप्रीत उक्त लोगों के साथ जाने को तैयार हुईं। इनोवा गाड़ी चालक प्रदीप ने संजय चावला को कहा कि वो हनीप्रीत को लेकर हिसार की ओर जा रहे हैं। इस खुलासे के बाद जांच की आंच के आने में डर से विपासना डेरा छोड़कर लापता हो गईं। पुलिस विपासना के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है। उसके बेहद करीबी लोगों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। 

विपासना और हनीप्रीत के बीच है छत्तीस का आकंड़ा
बताया जा रहा है कि विपासना और हनीप्रीत के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। एक तरफ जहां हनीप्रीत ने खुद को गुरमीत राम रहीम की असली वारिस होने का ऐलान कर डाला था। वहीं गुरमीत के जेल जाने के बाद से विपासना कहती आ रही है कि हनीप्रीत का डेरा सच्चा सौदा से कोई लेना देना नहीं है और न ही उसकी कोई हिस्सेदारी है। खुद विपासना भी नहीं चाहती कि हनीप्रीत का अब डेरे में कोई दखल हो। इसी खींचतान के बीच हनीप्रीत और विपासना को ढूंढना पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बना हुआ है।