प्रद्युम्न की हत्या से सदमे में उसका Best Friend

9/19/2017 3:26:30 PM

गुरुग्राम: गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशल स्कूल में 7 साल के प्रद्युम्न की हत्या के बाद कल सोमवार को 10 दिनों के बाद स्कूल खोला गया। स्कूल में बहुत कम बच्चे अपने परिजनों के साथ आए थे। वहीं प्रद्युम्न की दूसरी क्लास के 34 बच्चों में से केवल 5 बच्चे ही स्कूल आए हुए थे। प्रद्युम्न का बेस्ट फ्रेंड इस घटना के बाद से सदमे में हैं। दूसरी क्लास का प्रद्युम्न जिसे 8 सितंबर की सुबह स्कूल के शौचालय में मार दिया गया था उसका दोस्त इस पूरी घटना से सदमे में है। उसे अपने दोस्त की हर समय की यादें डरा रही हैं कि कैसे वे दोनों पानी के कूलर या शौचालय में साथ जाते थे।

दोस्त के जन्मदिन को लेकर उत्साहित था प्रद्युम्न
जिस दिन प्रद्युम्न का मर्डर हुआ वह अपने बेस्ट फ्रेंड के जन्मदिन को लेकर उत्साहित था। प्रद्युम्न के दोस्त के पिता के कहने पर उसकी पहचान गोपनीय रखी गई है। दोस्त के पिता ने कहा कि प्रद्युम्न को खून से लथपथ व पूरे स्कूल को पुलिस से घिरा देखकर सदमे में हैं। वह इस घटना के बाद से अच्छे से नहीं सो पाया है। उन्होंने कहा कि 
वह अपने बच्चे को इस सदमे से बाहर निकालने के लिए किसी कांउसलर के पास जाने का सोच रहे हैं। 

जन्मदिन पर प्रद्युम्न से नहीं मिल पाया उसका बेस्ट फ्रेंड
प्रद्युम्न के दोस्त का कहना है कि उसका जन्मदिन था अौर उसे अपने दोस्त के लिए एक्सट्रा चॉकलेट मिली थी। उसने उसे कहा था कि इन्हें उसके लिए अलग रखें लेकिन वह उसको नहीं मिल पाया। जब वह स्कूल पहुंचा तब तक प्रद्युम्न को मार दिया गया था। बच्चे ने बताया कि जब उसके सीनियर ने उनको बताया कि प्रद्युम्न मर चुका है तो वह बहुत रोया। मैं उस दिन अपना जन्मदिन नहीं मना पाया क्योंकि उस दिन मैंने अपने सबसे अच्छे दोस्त को दिया था। 

10 दिन बाद स्कूल खुलने पर क्लास में दिखे कम बच्चे
प्रद्युम्न की हत्या के 10 दिन बाद जब सोमवार को स्कूल खुला तो दूसरी क्लास के केवल 5 ही बच्चे आए हुए थे। सभी बच्चे क्लास में जाने पर डर रहे थे। उनकी क्लास को पहले फ्लोर में शिफ्ट कर दिया गया था। जहां पर प्रद्युम्न की हत्या हुई थी उस जगह को सील कर दिया हुआ था। 

मिठाई का बहुत शौकीन था प्रद्युम्न
दोस्त का कहना है कि प्रद्युम्न अौर वह दोनों इकट्ठे बैठते थे। हम दोनों एक ही बैंच पर बैठकर अपना टिफिन खाते थे। उसे मिठाई का बहुत शौक था। क्लास में किसी का जन्मदिन होने पर प्रद्युम्न बहुत खुश होता था। उसने कहा कि मैं उस दिन नहीं सोया जिस दिन उसका मर्डर हुआ था। अब मुझ में उस क्लास में बैठने की हिम्मत नहीं है। मुझे ऐसा लगता है कि वह मेरे साथ है अौर साथ चल रहा है। मैं उसकी मौजूदगी को महसूस कर सकता हूं इसलिए मैं बहुत डरा हुआ हूं। 

स्कूल में नहीं रखना चाहते पढ़ाई जारी
दोस्त के पिता ने कहा कि ये दोनों एक दूसरे के बहुत करीब थे। उसने अपनी मां को अपने दोस्त प्रद्युम्न की पंसदीदा मिठाई बनाने के लिए कहा था। अब वह इस स्कूल में अपनी पढ़ाई जारी नहीं रखना चाहता। प्रद्युम्न के अन्य सहपाठी आदित्य सिंह चौहान ने कहा कि वह इस स्कूल में अपनी पढ़ाई जारी नहीं रखना चाहता। वह मेरा अच्छा दोस्त था मैं जहां जाऊंगा वह मेरे साथ ही रहेगा। मैंने उसका क्लास में उसका बैग अौर पानी की बोतल देखी जो कि उसकी पंसदीदा थी। मुझे स्कूल की बिल्डिंग में जाने से डर रहा हूं।

घटना के बाद से सहमे है प्रद्युम्न के सहपाठी
आदित्य के पिता ने कहा कि उनका बेटा अपने कमरे में अकेला सोता था लेकिन जब से ये घटना हुई है वह हमारे साथ सो रहा है। वह इतना डर गया है कि घर के टॉयलेट में अकेला जाने से भी डर रहा है। मैं अपने बच्चे को इस स्थिति में नहीं छोड़ सकता। वह मुझसे कह रहा है कि मैं उसे इस स्कूल में न भेजूं। मैं उसे स्कूल को दिखाने लाया था लेकिन उसने यहां पढ़ने से मना कर दिया। 

वहीं दूसरी क्लास में पढ़ने वाली स्वाती सिंह की मम्मी का कहना है कि मेरी बेटी मुझे स्कूल अौर क्लास तक मुझे साथ ले जाना चाहती है। बच्चों को स्कूल आने के लिए साहस की जरूरत है। दूसरी क्लास के अधिकतर बच्चे इस हत्या से सहमे हुए हैं लेकिन हम बच्चों को स्कूल भेजने के लिए मजबूर हैं। हम बच्चों की लंबे समय तक क्लासें नहीं छोड़ सकते।