प्रियंका गांधी का विवादित बयान, महाभारत के दुर्योधन से की मोदी की तुलना

5/7/2019 4:46:23 PM

अंबाला (अमन कपूर): कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि उनमें अगर हिम्मत है तो विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ें। उन्होंने कहा लोग पीएम को अच्छी तरह से समझाने वाले हैं। मोदी में भी कौरवों के नेता दुर्योधन की तरह अहंकार है। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है। आज देश के सामने किसानों, रोजगारी की चुनौतियां है। 

प्रियंका ने कहा कि ये अपनी असफलता छुपाने के लिए जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि इस देश ने कभी अहंकार और घमंड को माफ नहीं किया है, इतिहास इसका गवाह है। ऐसा अहंकार दुर्योधन में भी था, उन्हें सच्चाई दिखाने के लिए भगवान कृष्ण समझाने गए तो दुर्योधन ने कृष्ण जी को भी बंधक बनाने की कोशिश की।



प्रियंका गांधी हरियाणा के लोकसभा क्षेत्र अंबाला से कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा के चुनाव प्रचार के लिए आयोजित रैली में शिरकत करने पहुंची थी। यहां उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें लंबे भाषणों की आदत नहीं है, वे कुछ दिल की बात कहने आई हैं। उन्होंने कहा कि देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती नौजवानों के लिए रोजगार पैदा करना, किसानों का विकास, महिलाओं को सुरक्षित कर उनका विकास करना, यही सबसे बड़ी चुनौतियां हैं।

प्रियंका ने कहा, ''सिर्फ नोटबंदी की वजह से पांच लाख रोजगार घट गए, रोजगार बनाने के बजाए इनके शासन में रोजगार खोए गए। मनरेगा जो एक ऐसा प्रोग्राम था, जिससे ग्रामीण विकास मजबूत होता था, जिससे 100 दिन की मजदूरी मिलती थी, उसे इन्होंने कमजोर किया। जो कार्य मनरेगा के मजदूरों से कराए जाते थे, वे कार्य आज ठेकेदारों से कराए जाते हैं।''



पीएम मोदी द्वारा विदेशों से कालाधन लाने के याद कराते हुए प्रिंयका ने कहा, ''नोटबंदी करके जनता से कहा गया कि बहुत बड़ी देशभक्ति है...जिसके लिए जनता से कहा गया था कि देश का जितना भी कालाधन विदेश में है, वो सारा का सारा वापस आ जाएगा, लेकिन एक भी रूपया वापस नहीं आया।''

प्रियंका ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ''नोटबंदी के दौरान आप में से किसी ने नोटबंदी के दौरान लगने वाली कतारों में अमीर लोगों को खड़े देखा? या कभी कोई भाजपा का नेता कतार में खड़ा देखा? खड़ी थी तो केवल आम जनता... नोटबंदी के नाम पर देशभ्भक्ति की बात केवल आप पर सीमित रखी। नोटबंदी से सीधा नुकसान जनता का हुआ।''

Shivam