जेल जाने से पहले ही मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस ने लपका, नासिर-जुनैद हत्याकांड मामले में 8 महीनों से था फरार

punjabkesari.in Tuesday, Sep 12, 2023 - 09:53 PM (IST)

नूंह (अनिल मोहानिया) : हरियाणा की नूंह सीआईए ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने के जुर्म में मोहित उर्फ मोनू मानेसर को आज गिरफ्तार कर लिया। नूंह पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने उसे गुरुग्राम स्थित उसी के गांव मानेसर की मार्केट से गिरफ्तार किया। जिसके बाद उसे नूंह कोर्ट में लाया गया। कोर्ट में लाने से पहले सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी। मोनू मानेसर को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में लाया जाता है। इसके बाद मोनू मानेसर को अमित वर्मा जेएमआईसी की कोर्ट में पेश किया गया। अमित वर्मा की कोर्ट में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भोंडसी के लिए भेज दिया गया।

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राजस्थान पुलिस मोनू को लेकर हुई रवाना

मोनू मानेसर पर भिवानी में हुए राजस्थान के नासिर-जुनैद हत्याकांड में शामिल होने का आरोप है। इस केस में वह पिछले 8 महीने से फरार था। मोनू की गिरफ्तारी का पता चलते ही राजस्थान पुलिस भी कोर्ट पहुंच गई। मोनू को जेल छोड़ने पहले ही राजस्थान पुलिस को उसका ट्रांजिट रिमांड मिल गया। इसके बाद हरियाणा पुलिस ने उसे राजस्थान पुलिस के हवाले कर दिया। उसे लेकर राजस्थान पुलिस रवाना हो गई है।

सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने हुई गिरफ्तारी

वहीं नूंह एएसपी उषा कुंडू ने पत्रकार वार्ता कर बताया कि 28 अगस्त 2023 को होने वाली पुन: ब्रजमंडल यात्रा के सम्बध में 26 अगस्त को सोशल मीडिया सेल नूंह के सिपाही मनोज कुमार ने प्रबंधक अफसर थाना साइबर क्राइम को मोहित पुत्र ओमप्रकाश द्वारा अपने मोबाइल नंबर से की गई सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रसारित पोस्ट के सम्बध में एक दरखास्त पेश की। जिसमें लिखा था कि “परिणाम कि चिंता हम नहीं करते, वार एक ही होगा पर आखिर होगा।” पुलिस के मुताबिक इस अकाउंट होल्डर ने धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता फैलाई। अभद्र शब्दों का प्रयोग किया। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई। लोक शांति भंग की। इस संबंध में मोनू मानेसर पर केस दर्ज किया गया था। जिसके बाद आज उसे गिरफ्तार किया गया।

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वकील ने कहा - राजनीतिक षडयंत्रों के कारण मोनू को लपेट जा रहा

मोनू मानेसर के वकील सोमदत्त शर्मा का कहना है कि आज मोनू मानेसर को कोर्ट में पेश किया गया है। जिसमें पुलिस द्वारा उन्हें 26 जुलाई 2023 का हवाला देते हुए गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि बाद में जो हिंसा हुई थी वह 31 जुलाई 2023 को हुई थी। 31 जुलाई घटना में मोनू मानेसर का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि जो मोनू मानेसर के खिलाफ स्टेटमेंट दर्ज किया गया है वह गलत तथ्यों के आधार पर किया गया है। वहीं वकील ने कहा कि राजस्थान डीजीपी ने जुनैद-नासिर मामले में मोनू को निर्दोष साबित कर दिया था। अब राजनीतिक षडयंत्रों के कारण मानेसर को लपेट जा रहा है। जो भी कानूनी प्रक्रिया होगी उसके तहत आगे की लड़ाई लड़ी जाएगी।

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Content Editor

Mohammad Kumail

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