विहिप की गुरुग्राम बैठक में गिर सकती है तोगडिय़ा पर गाज

4/10/2018 11:03:27 AM

गुडग़ांव(पी मार्कण्डेय): राममंदिर आंदोलन के जरिए संघ परिवार में विश्व हिन्दू परिषद और खुद का कद कई समकक्ष के मुकाबले ऊंचा करने वाले अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडिय़ा को जल्द ही पद से विराम दिया जा सकता है। बताया जाता है कि 14 अप्रैल से गुडग़ांव में होने वाली विहिप की राष्ट्रीय बैठक में इस पर मुहर लग सकती है। सूत्रों का कहना है कि चूंकि संघ और भाजपा दोनों ही स्थान पर तोगडिय़ा के खिलाफ गहरी नाराजगी है। जिससे तोगडिय़ा भी वाकिफ हैं और जनवरी से लेकर अब तक वह लगातार विभिन्न तरीके से संघ की नाराजगी को दूर करने की कोशिशों में भी जुटे हैं। यही वजह भी है कि वह इन दिनों दिल्ली-एनसीआर के समीपवर्ती इलाके में ही अपना प्रवास कर रहे हैं। लेकिन, माना जा रहा है कि वह अपनी कोशिशों में सफल नहीं हो सके हैं। 

‘तोगडिय़ा मुददे’ पर हंगामेदार रही है बैठक
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भूवनेश्वर और मुम्बई में भी ‘तोगडिय़ा मुददे’ पर बैठक हंगामेदार रही है। गुडग़ांव के सेक्टर-9 में सिद्धेश्वर स्कूल में विहिप अपने केंद्रीय महामंत्री, संगठन महामंत्री सहित सैकड़ों प्रन्यासी मंडल (ट्रस्टी) पदाधिकारियों की बैठक 14 अप्रैल को होगी। हालांकि बैठक को राममंदिर निर्माण की घोषणा से संबंधित बताया जा रहा है। लेकिन, सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडिय़ा को सेवामुक्त किए जाने पर प्रस्ताव पारित किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार विहिप की साल में दो बार होने वाली राष्ट्रीय बैठक जो अब तक नवम्बर-दिसम्बर और मई-जून में हुआ करती थी उसे समय से पहले ही रखने के पीछे एक प्रमुख वजह यह हो सकती है। दूसरी तरफ तोगडिय़ा समर्थक पदाधिकारी संघ की योजना पर पानी फेरने को तैयार हैं जो पहले भी भूवनेश्वर और मुम्बई की बैठक में तोगडिया के पक्ष में एकजुटता दिखा चुके हैं। 

महामंत्री और अध्यक्ष को दो पत्र आए
विहिप अपनी कार्य पद्धति के अनुसार बैठकों की सूचना पत्र लिखकर पदाधिकारियों को देती है। इस बार गुडग़ांव में होने वाली बैठक को लेकर महामंत्री चंपत राय की ओर से पत्र आया। जबकि बैठक को स्थगित किए जाने से संबंधित पत्र कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडिय़ा ने भेज दिया। विहिप सूत्र बताते हैं कि बैठकों को लेकर महामंत्री की सूचना ही मानी जाती है इसलिए बैठक अपने निर्धारित एजेंडें के अनुसार ही होगी। संघ परिवार की योजना के अनुसार इनके सभी संगठनों में पूर्णकालिक प्रचारक संगठन मंत्री नाम से भेजे जाते हैं। विहिप में संगठन महामंत्री दिनेश कुमार और महामंत्री चंपत राय संघ की पृष्ठभूमि से हैं। जिनके माध्यम से आरएसएस प्रस्ताव पारित कराकर सर्वसम्मति से अध्यक्ष को वापस भेजना चाहता है। हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। आप संगठन के केंद्रीय मंत्री से बात कर सकते हैं। संगठन की नियमित बैठक होती ही रहती है। - विनोद बंसल, राष्ट्रीय प्रवक्ता, विहिप 

देखिए, हमारी कोई बैठक गुडग़ांव में नहीं होने वाली है बल्कि प्रन्यासी मंडल (ट्रस्टी) की बैठक गुडग़ांव में होगी। प्रन्यासी मंडल को संगठन के निर्णय में मतदान का अधिकार होता है। इस बैठक में अध्यक्ष का चुनाव होना है, डॉ. प्रवीण भाई तोगडिय़ा कार्यकारी अध्यक्ष थे, अब नए अध्यक्ष का चुनाव होगा। 

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