53 साल का हुआ 'म्हारा हरियाणा', PM मोदी समेत इन दिग्ग्ज नेताओं ने दी हरियाणावासियों को बधाई(VIDEO)

11/1/2019 10:53:27 AM

डेस्कः पंजाब से अलग होकर हरियाणा प्रदेश बने हुए 53 साल पूरे हो गए हैं। 1 नवंबर 1966 को हरियाणा का गठन होने के बाद प्रदेश के युवाओं ने विश्व पटल पर अपनी प्रतिभाओं से खेल, शिक्षा, सुरक्षा समेत तमाम क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। पढ़े-लिखे किसानों की बदौलत खेती में भी काफी बदलाव देखा गया है, हालांकि पराली के धुएं का संकट अभी बरकरार है। तिहासिक हो या पौराणिक इस राज्य की अपनी अलग पहचान है। ये वही राज्य है जिसमें कभी महाभारत और पानीपत जैसे युद्ध हुए थे। हरियाणा राज्य पहले पंजाब राज्य का ही एक अंग था मगर 1966 में इसे भाषायी आधार पर भारत के 17वें राज्य के रूप में घोषित कर दिया गया। शब्द हरियाणा सबसे पहले 12वीं सदी मं अपभ्रंश लेखक विबुध श्रीधर ने उल्लिखित किया था।

इस सबने दी हरियाणा दिवस की बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के स्थापना दिवस पर राज्य के नागरिकों को बधाई देते हुए विकास की दिशा में निरंतर अग्रसर रहने की कामना की है।

मोदी ने राज्य के 53 वें स्थापना दिवस पर  शुक्रवार को अपने बधाई संदेश में कहा, शौर्य और कौशल, जवान और किसान, प्राचीन संस्कृति और नव तकनीक की संगम स्थली हरियाणा के निवासियों को राज्य के स्थापना दिवस की बहुत बहुत बधाई। विकास की राह पर निरंतर अग्रसर यह प्रदेश आगे भी देश की समृद्धि में अपना अमूल्य योगदान देता रहे।


PM मोदी के इलावा राहुल गांधी, मनोहर लाल खट्टर, भूपिंद्र सिंह हुड्डा  आदि दिग्गजो ने हरियाणा वासियों को बधाई दी है। 

कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने भी संदेश लिख हरियाणा के लोगों को बधाई दी है।


हरियाणा के नए बने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी इस अवसर पर सभी को बधाई दी है। उन्होंने लिखा है कि देश का गौरव बढ़ाया जिसके जवानों ने, उगाकर खिलाया जिस प्रदेश के किसानों ने, खिलाड़ी सबसे आगे खेल के मैदानों में, मैं उस हरियाणा की मेरी पावन-पवित्र, बहादुर, कमेरी भूमि को वंदन, अभिनंदन करता हूं।


इन पांच चरणों में हुई हरियाणा राज्य की स्थापना

  • 23 सितंबर 1965- संसदीय समिति की सिफारिश पर भारत सरकार ने सरदार हुकुम सिंह कमेटी गठित की।
  • 23 अप्रैल 1966- समिति की सिफारिश पर भारत सरकार ने जस्टिस जेसी शाह की अध्यक्षता में पंजाब-हरियाणा सीमा निर्धारण के लिए आयोग गठन किया।
  • 31 मई 1966-शाह आयोग ने रिपोर्ट सौंपी। इसमें हिसार, रोहतक, गुड़गांव, करनाल और महेंद्रगढ़ जिले के अलावा पंजाब के संगरूर जिले की तहसील जींद, नरवाना और नारायणगढ़, अंबाला, जगाधरी को भी हरियाणा में शामिल किया गया। नरवाना को जींद और नारायणगढ़ व जगाधरी को अंबाला जिले में शामिल किया गया।
  • 18 सितंबर 1966-शाह आयोग की रिपोर्ट के आधार पर भारत सरकार ने पंजाब पु‌नर्गठन बिल 1966 पास किया, जिसके आधार पर हरियाणा की सीमा का निर्धारण हुआ।
  • 01 नवंबर 1966-हरियाणा राज्य का गठन। इसमें सात जिले थे। हिसार, रोहतक, गुड़गांव, करनाल, महेंद्रगढ़, जींद व अंबाला। पिंजौर क्षेत्र को भी अंबाला में शामिल किया गया। दोनों राज्यों की संयुक्त हाईकोर्ट बनाई।


प्रदेश का नाम क्यो रखा गया हरियाणा नाम
हम आपको बताते कि हरियाणा का नाम हरियाणा क्यों रखा गया था। तो बता दें कि हरियाणा का शाब्दिक अर्थ “भगवान का निवास” होता हैं, जो संस्कृत शब्द हरि (हिन्दू देवता विष्णु) और अयण (निवास) से मिलकर बना है। हरियाणा राज्य की गिनती देश के अमीर राज्यों में होती हैं। यह राज्य प्रति व्यक्ति आय के आधार पर देश का दूसरा सबसे धनी राज्य हैं। हरियाणा वैदिक सभ्यता और सिंधु घाटी सभ्यता का मुख्य निवास स्थान रहा है। महाभारत का युद्ध भी कुरुक्षेत्र में हुआ था। इसके अलावा यहां तीन पानीपत की लड़ाईयां हुई थी। जमीन से लेकर आसमान तक हरियाणा ने देश का मान बढ़ाया हैं।

 

 

Isha