43 साल पुराने किस्से को याद कर भावुक हो उठी अटल जी की बहन

8/17/2018 7:39:07 PM

फतेहाबाद(विनोद सैनी): 43 साल पहले फतेहाबाद में अटल बिहारी वाजपेयी को राखी बांधकर उनकी धर्म बहन बनी फतेहाबाद की डॉ. रमेश चक्रवर्ती अटल जी के निधन से बेहद स्तब्ध हैं। डॉ. रमेश चक्रवर्ती को जैसे ही अटल जी की तबीयत खराब होने की जानकारी मिली तो डॉ. रमेश और उनका परिवार न्यूज चैनल के जरिए अटल जी के स्वास्थ्य की जानकारी के लिए लगातार टीवी पर जुड़ा रहा और आखिरकार उन्हें शाम को अटल जी के निधन का दुखद समाचार मिला।



डॉ. रमेश चक्रवर्ती जनसंघ के कार्यकर्ता डॉ. एन राय की बेटी हैं। सन 1975 के राखी पर्व के दिनों जब डॉ. एन राय के घर अटल बिहारी वाजपेयी पहुंचे तो डॉ. रमेश चक्रवर्ती ने उनका स्वागत किया था। अटल जी द्वारा उन्हें (डॉ. रमेश चक्रवर्ती) को अपनी धर्म बहन बनाने वाले पल को याद करते हुए डॉ. रमेश चक्रवर्ती ने रूंधे हुए गले से बोलते हुए बताया कि 1975 में राखी पर्व के इन्हीं दिनों में सिरसा से फतेहाबाद आते हुए अटल जी ने उनके घर पहुंचकर चाय पीने और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की इच्छा जताई थी।



इसके बाद घर पहुंचने पर अटल जी का उन्होंने स्वागत किया था। तब अटल जी ने मेरी पढ़ाई के बारे में पूछा तो उन्हें मैंने बताया कि वह (डॉ. रमेश चक्रवर्ती) एमबीबीएस की तैयारी कर रही हैं। अटल जी ने उन्हें संदेश दिया कि डॉक्टर बनकर ईमानदारी से देश की सेवा करनी है। इस दौरान अटल जी ने मुझसे तिलक लगवाया और राखी बंधवाकर 100 रुपये का नोट दिया और अपनी धर्म बहन बनाते हुए सदैव संपर्क में रहने का वादा किया।



उन्होंने बताया कि इसके बाद वह राखी पर्व पर अटल जी को हमेशा राखी भेजती रहीं और अब अटल जी का इसी दौर में ठीक राखी पर्व से पहले यूं जाना, बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा है। उन्होंने कहा कि अटल जी जैसे युगपुरूष का निधन होना देश ही नहीं बल्कि विश्व को भी एक बड़ा नुकसान है।

डॉ. रमेश चक्रवर्ती का लगाव अटल जी कुछ यूं है कि उन्होंने अपने घर को आधुनिक ढंग से बना लिया है, लेकिन जिस जगह बैठकर अटल जी को डॉ. रमेश चक्रवर्ती ने तिलक लगाया, राखी बांधी घर की उस जगह को डॉ. चक्रवर्ती ने नहीं बदला और अटल जी के देहांत के बाद आज घर में उसी जगह खड़ी होकर डॉ. रमेश चक्रवर्ती अपने उस पल को याद कर रही हैं।

Shivam