शादी के बाद पहली बार विदेशी महिला पहलवानों को टक्कर देती नजर आएंगी साक्षी मलिक

5/7/2017 10:02:15 AM

चंडीगढ़:शादी की रोमांटिक दुनिया के बाद एक बार फिर साक्षी मलिक अखाड़े में आ रही हैं। भारत के अनुभवी पहलवानों बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक को एशियन चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व करने की जिम्मेदारी दी गई है। यह प्रतियोगिता 10 से 14 मई के बीच होनी है। साक्षी विदेशी महिला पहलवानों को टक्कर देती नजर आएंगी। 

10 देशों के महिला व पुरुष पहलवान लेंगे हिस्सा
लखनऊ में हुई ट्रायल में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर भारतीय कुश्ती संघ ने साक्षी का चयन टीम में कर लिया है। वहीं जिले से अन्य दो महिला व दो पुरुष पहलवान पहले से ही भारतीय टीम का हिस्सा बन चुके हैं। चैंपियनशिप में लगभग दस देशों के महिला व पुरुष पहलवान हिस्सा लेंगे।

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने बताया कि भारत फ्रीस्टाइल, ग्रीको रोमन और महिला तीनों वर्गों में कुल 24 पहलवान उतार रहा है और उम्मीद है कि भारतीय पहलवान इस प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। हर वर्ग में 8-8 पहलवान मेजबान देश की चुनौती रखेंगे। उन्होंने बताया कि कुल 23 टीमें प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी।

एशियाई प्रतियोगिता में नया इतिहास बनाएंगी साक्षी
बृजभूषण ने बताया कि साक्षी मलिक ने इस प्रतियोगिता के लिए हुए ट्रॉयल में मंजू को 10-0 से मात देकर क्वालीफाई किया है और उम्मीद है कि रियो में इतिहास बनाने वाली यह महिला पहलवान एशियाई प्रतियोगिता में भी नया इतिहास बनाएगी।

सत्यव्रत को भी मिला मौका
साक्षी ने गत वर्ष अगस्त में रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास बनाया था। साक्षी का ओलंपिक के बाद यह पहला टूर्नामेंट होगा। इस दौरान उनकी शादी पहलवान सत्यव्रत कादियान से हो गई थी। सत्यव्रत भी एशियाई कुश्ती में अपनी चुनौती पेश करेंगे, क्योंकि उनके वजन वर्ग के पहलवान मौसम खत्री अपनी शादी के कारण ट्रॉयल से हट गए और सत्यव्रत को एशियाई कुश्ती में उतरने का मौका मिल गया। देश के 2 ओलंपिक पदक विजेता पहलवानों सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त की कुश्ती संघ के साथ मौजूदा स्थिति के बारे में पूछने पर अध्यक्ष ने कहा कि दोनों का ही हमेशा स्वागत है। यदि वे ट्रॉयल या कैंप में हिस्सा लेना चाहते हैं तो उन्हें संघ को पहले एक आवेदन देना होगा जिसके बाद वे अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए पात्र हो जाएंगे।

भारतीय पहलवानों के लिए विदेशी कोच रखे जाने के मुद्दे पर बृजभूषण ने कहा कि अभी हमारे पास विदेशी कोच नहीं हैं। जो विदेशी कोच पहले थे हमने उनका अनुबंध बढ़ाया नहीं। हम अब नई उम्र के नए सोच वाले विदेशी कोच रखना चाहते हैं, जो मौजूदा पहलवान हों और जिन्होंने ओलंपिक तथा विश्व पदक जीत रखा हो। हमारी कई जगह बातचीत चल रही है। हम तीनों ही वर्गों के लिए विदेशी कोच रखेंगे ताकि उनके और भारतीय कोचों के तालमेल से अगले ओलंपिक में अच्छे परिणाम दिए जा सकें। गीता और बबीता के अपने पिता के साथ ट्रेनिंग करने के मुद्दे पर अध्यक्ष ने कहा कि उनका आवेदन हमारे पास आया था कि वे अपने पिता के साथ ट्रेनिंग करना चाहती हैं इसलिए उन्हें अनुमति दी गई। जब वे ट्रॉयल के लिए कहेंगी तभी उनका ट्रॉयल कराया जाएगा।