बलिदान दिवस पर बनेगी संघर्ष की रणनीति, जानिए पल-पल की खबर

2/19/2017 7:28:07 PM

रोहतक:जसिया में आज क्या होगा? इस बात पर शहर ही नहीं पूरे प्रदेश में कौतुहल है। शुक्रवार को जसिया में हुई अखिल भारतीय जाट आरक्षण समिति की बैठक में लिए फैसले का खुलासा आज दोपहर 1 बजे होगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि पूरा प्रदेश जाम हो सकता है अथवा धर्म परिवर्तन की घोषणा भी हो सकती है। ऐसे में पूरे प्रदेश में आज के दिन भय का माहौल है। वहीं, प्रशासन जसिया धरने पर नजर जमाए हुए है, क्योंकि आज के दिन ही रोहतक से हिंसक आंदोलन की शुरूआत हुई थी। ऐसे दोबारा ऐसी कोई घटना न घटे जिससे पूरा प्रदेश फिर से सुलग उठे, इसके लिए पुलिस व प्रशासन अलर्ट है। जाट आरक्षण सहित 7 मांगों को लेकर अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से 29 जनवरी से जसिया में जाट न्याय के नाम से धरना चल रहा है। जसिया प्रदेशभर में चल रहे धरनों का मुख्यालय है जिसके चलते जाट नेता यशपाल मलिक के नेतृत्व में शुक्रवार को बैठक हुई थी। बैठक में विशेष रणनीति तैयार की गई थी जिसका खुलासा यशपाल मलिक आज जसिया मंच से करेंगे। आज फिर से अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज न करवा दे इसके लिए सी.आर.पी.एफ. की अतिरिक्त कम्पनियां तैनात कर दी गई हैं। पूरा शहर छावनी में तबदील हो चुका है। 

हवन यज्ञ और आरती के साथ धरना शुरू, प्रशासन अलर्ट
झज्जर/सिरसा (प्रवीन धनखड़/सतनाम सिंह):जाट समुदाय द्वारा झज्जर में मनाए जा रहा बालदिवस हवन यज्ञ के साथ शुरू होगा। बलिदान दिवस में जाट आरक्षण संघर्ष समिति की महिला नेत्री निशा चौधरी पहुचेंगी। वहीं, जाट कमेटी ने शांतिपूर्वक ढांग से बलिदान दिवस का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही जाट समुदाय के लोग हुड्डा सैक्टर-19 में भी आज हवन यज्ञ करेंगे। ये इसलिए किया गया ताकि कोई अशांति या हिंसक घटना न हो सके। झज्जर में प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। 10 कंपनियां व पुलिस के जवान तैनात किए गए है। हालांकि रोडवेज की करीब 20 बस रोक दी गई है। एहतियात के तोर पर प्रशाशन पूरी तरह से अलर्ट दिखाई दे रहा है। बहादुरगढ़ मैं पुलिस और स्पैश्ल फोर्स के जवानों ने एस.डी.एम. और डी.एस.पी. की अगुवाई पर फ्लैग मार्च निकाला। 

धरे रहे पुलिस सुरक्षा के दावे
बलिदान दिवस पर पुलिस के आला अधिकारी बार-बार मीडिया में आश्वासन दे रहे हैं कि पुलिस पूरी तरह से तैयार है। वह किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए सक्षम है। लेकिन आज के बलिदान दिवस को देखते हुए रेवाड़ी के जिला सचिवालय में पुलिस बल को तैयार रहने के लिए कहा गया था। लेकिन आधे से ज्यादा पुलिस वालों के पास हथियार तो छोड़ों लाठियां, बॉडी प्रोटेक्टर तक नहीं थे। ऐसे में आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि विपरीत परिस्थितियों में आंदोलनकारियों के आगे कैसे ठहरेंगे? इस संबंध में पुलिस के आला अधिकारियों से पूछा गया तो उनके पास कोई स्पष्ट जबाव नहीं था। सुरक्षा व्यवस्था की कमी के कारण पिछले आंदोलन के दौरान आंदोलनकारी पुलिस पर भारी पड़े थे। पुलिस देखने तक की ही भूमिका निभाती रही क्योंकि पुलिस की तैयारी पूरी नहीं थी। 

रोहतक-पानीपत नेशनल हाईवे बंद 
बलिदान दिवस के चलते आज रोहतक रोहतक-पानीपत  रोड एन-एच-71ए बंद कर दिया गया है। सभी वाहन वाया लाखनमाजरा व खरखोदा के रास्ते से जाएंगे। सुरक्षा के मद्देनजर अर्ध सैनिक बल के साथ-साथ राजस्थान पुलिस को भी बुलाया गया है। इसके साथ ही हरियणा रोडवेज की रोहतक जाने वाली सभी बसों की आवाजाही बंद हो गई हैं, जिसके चलते सभी यात्री परेशान हो रहे है। 

इंटरनेट सेवाएं ठप
बालदिवस पर रोहतक में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। इसके साथ ही सोनीपत के डीसी के.एम. पांडुरंग ने इंटरनेट सेवाओं को बंद किया है। भारी संख्या में दोलनकारियों के जुटने की आशंका चलते इंटरनेट सेवाओं को बंद किया गया है। सोनीपत के लाठ जोली में भारी भीड़ जुटने की संभावना के चलते सोनीपत के डीसी द्वारा ये कदम उठाया गया है। इसके साथ ही पानीपत में भी इंटरनेट बंद होने की खबर आई है कि वहां भी मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिए गए है। ये सब इसलिए किया गया रहा है, क्योकि जो अफवाहें सोशल मीडिया में फैल रही है उसको रोका जा सके। 

हाईकोर्ट की भी नजर
चंडीगढ़ (धरणी):फरवरी 2016 में मुरथल गैंगरेप के मामले में संज्ञान लेने वाला हरियाणा व पंजाब हाईकोर्ट भी इस बार भी आंदोलन से प्रभावित जिलों पर पैनी नजर रख रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा व पंजाब हाईकोर्ट भी जिलों में तैनात न्यायिक अधिकारियों से आंदोलन की रिपोर्ट ले रहा है। 

शांतिपूर्ण रहेगा प्रदर्शन
उन्होंने कहा कि धरना आयोजकों ने उन्हें आश्वस्त किया है कि कल प्रदर्शन के दौरान कोई सड़क नहीं रोकी जाएगी व न ही कोई हिंसा होगी, लेकिन कुछ स्थानों पर अधिक लोगों के आने की संभावना के दृष्टिगत सड़कों पर यातायात धीमा हो सकता है। लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाने के लिए जहां पर आवश्यक होगा, ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया जाएगा। आंदोलनरत नेताओं के साथ बातचीत के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से गठित कमेटी व जाट नेताओं के बीच पहले दौर की बातचीत पानीपत में सौहार्दपूर्ण व शांतिपूर्ण माहौल में हो चुकी है।