हनीप्रीत से राज उगलवाने के लिए पुलिस को करनी पड़ रही कड़ी मशक्कत

10/13/2017 10:23:53 AM

चंडीगढ़/पंचकूला(पांडेय, मुकेश): डेरा प्रमुख की राजदार एवं पंचकूला हिंसा की आरोपी हनीप्रीत से दंगे का सच उगलवाने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है लेकिन अभी तक पुलिस की ओर से हनीप्रीत को संरक्षण देने वालों पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई है। बुधवार को हनीप्रीत और सुखदीप कौर को लेकर जब एस.आई.टी. की टीम बठिंडा के जंगीराणा में पहुंची तो वहां सुखदीप कौर की बुआ दोनों को देखकर पुलिस के समक्ष हनीप्रीत को पहचानने से मुकर गई। पुलिस सूत्रों की मानें तो जब सुखदीप की बुआ ने घर के बाहर गाड़ी में बैठी हनीप्रीत और सुखदीप कौर को पहचानने से इंकार कर दिया तो अंदर आकर सुखदीप ने उसको बताया कि वह पुलिस के समक्ष पहले ही सब कुछ बता चुकी है जिसके बाद उसकी बुआ ने यह माना कि ये दोनों कई दिनों तक यहां ठहरी थीं। माना जा रहा है कि राजस्थान से एस.आई.टी. ने अहम दस्तावेज बरामद कर लिए हैं।

हनीप्रीत ने कैरो सिंह की ढाणी में बिताए सबसे ज्यादा दिन
बताया जाता है कि रोहतक के सुनारिया जेल के बाद हनीप्रीत सिरसा गई और उसके बाद फिर वह सीधे बठिंडा के जंगीराणा में करीब एक सप्ताह तक सुखदीप कौर के पति की बुआ के घर पर रुकी। जंगीराणा के बाद हनीप्रीत और सुखदीप कौर गुरुसर मोडिया गईं तथा वहां 3 दिनों तक ठहरीं। पुलिस पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि हनीप्रीत ने कैरो सिंह ढाणी में काफी दिन बिताए थे।

एसआईटी के समक्ष फिर पेश नहीं हुई विपासना
पंचकूला की एस.आई.टी. के समक्ष वीरवार को डेरा सच्चा सौदा की विपासना को पूछताछ के लिए पेश होना था लेकिन वह अस्थमा का हवाला देकर नहीं आई और सिरसा स्थित डेरे के अस्पताल में भर्ती हो गई। वीरवार को एस.आई.टी. ने हनीप्रीत और विपासना को आमने-सामने बिठाकर पंचकूला में हुई हिंसा संबंधी पूछताछ करनी थी। डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।